देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्बारा वरिष्ठ राज्य भुवनेश्वरी घिल्डियाल (91) जी कें निधन पर गहरा शोक व्यक्त कर श्रद्धा सुमन अर्पित किय़े।
जगमोहन सिंह नेगी व प्रदीप कुकरेती ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन क़ी मांग को लेकर जो जन आन्दोलन हुआ उसमे हमारी मातृ शक्ति क़ी बहुत बड़ी भूनिका रही उनमे से ही एक वयोवृद्ध हमारी भुवनेश्वरी घिल्डियाल जी क़ी भी प्रमुख भूमिका रही जो जेल भरो भूख हड़ताल जलूस प्रदर्शन व रेल रोको जैसे आन्दोलन मे लगातार अक्रिय रही।
वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी व उषा भट्ट कें साथ ही सरोज पंवार जी ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा क़ी दैनिक जेल भरो व रेल रोको कार्यकमों मे कई बार प्रतिभाग किया। उषा भट्ट याद करते हुए कहती है कि सन 1996 कें दौरान जब राज्य नही तो चुनाव नही को लेकर मिनी सचिवालय (वर्तमान मे नया सचिवालय) पर प्रदर्शन किया तो वहां मेरे साथ ही भुवनेश्वरी दीदी भी घायल हुई।
डीएवी महाविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र पोखरियाल ने भुवनेश्वरी घिल्डियाल जी आन्दोलन में उनकी भूमिका को याद करते हुए श्रधासुमन अर्पित किये .कैलाश ध्यानी ने बताया कि चूक्खुवाला भवन छोड़ अब राजपुर सिनौला मे निवास कर रही थी उनके चार पुत्र व एक पुत्री थी जो ईश्वर क़ी कृपा से नाती पोते वाले है।
वह स्वर्गीय रणजीत सिंह वर्मा जी कें नेतृत्व मे सुशीला बलूनी, कौशल्या डबराल जी कें साथ वह मोहल्ले से सभी को साथ लेकर हमेशा सक्रिय रही।
राज्य आंदोलनकारी मंच क़ी ओर से श्रद्धांजली अर्पित करने वालो मे सुशीला बलूनी,ओमी उनियाल , जगमोहन सिंह नेगी,प्रदीप कुकरेती,मोहन खत्री , जयदीप सकलानी,पूर्ण सिंह लिंग्वाल,कुसुम ध्यानी,प्रभा बहुगुणा,उषा भट्ट,सरोज पंवार,भुवनेश्वरी नेगी ,कैलाश ध्यानी,रामलाल,सुमन भण्डारी विनोद असवाल,सुरेश कुमार,राजेश पान्थरी,राकेश नौटियाल , प्रभात डन्ड्रियाल,वेदा कोठारी व शिवानन्द चमोली एवं सुदेश सिंह आदि रहे।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा क्रान्तिकारियों को उनकी शहादत पर किया नमन