देहरादून,16 जनवरी: टिकटों को लेकर मंथन तो दिल्ली में हो रहा है लेकिन धड़कन उत्तराखंड में टिकटों के दावेदारों की बढ़ी हुई है। कई सीटों पर टिकट फाइनल नहीं होने के कारण घमासान मचा है । कांग्रेस में टिकटों को लेकर मंथन करने को राज्य के बड़े नेता दिल्ली में हैं। ऐसा ही घमासान देहरादून की रायपुर विधानसभा सीट को लेकर हो रहा है क्योंकि इस सीट पर काफी समय से तैयारी कर रहे हैं प्रभु लाल बहुगुणा । इनके अलावा रायपुर सीट पर महेंद्र सिंह नेगी गुरु जी का भी दावा था लेकिन बताया जा रहा है कि अब हीरा सिंह बिष्ट भी रायपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं । हालांकि रायपुर सीट पर दिल्ली से हीरा सिंह बिष्ट की सुगबुगाहट देहरादून पहुंचते ही प्रभु लाल बहुगुणा के तोते उड़ने स्वभाविक हैं। प्रभुलाल बहुगुणा के समर्थन में उनके आवासीय कार्यालय पर समर्थक पार्षदों और ब्लॉक अध्यक्षों सहित बड़ी तादाद में कार्यकर्ता और समर्थकों ने पहुंचकर नारेबाजी की । समर्थकों का कहना है कि रायपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस का टिकट बहुगुणा को ही मिलना चाहिए क्योंकि वे लंबे समय से क्षेत्र की जनता के बीच काम कर रहे हैं ।
नगर निगम पार्षद इलियास अंसारी का कहना है कि बड़ी तादाद में पार्टी पदाधिकारी और संगठन से जुड़े लोग सहित रायपुर विधानसभा की जनता प्रभु लाल बहुगुणा के साथ है और वह लंबे समय से लोगों से जुड़े हैं इसलिए टिकट उन्हीं को मिलना चाहिए किसी बाहरी को नहीं।
सूत्रों के मुताबिक पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट को रायपुर विधानसभा सीट से टिकट देने की भी चर्चा दिल्ली में हुई है। हीरा सिंह बिष्ट डोईवाला विधानसभा सीट से दावेदार माने जा रहे थे,पिछला चुनाव भी उन्होंने डोईवाला से लड़ा था लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी छोड़कर मंत्री हरक सिंह रावत कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में उनको डोईवाला से चुनाव लड़ाया जाएगा , इसलिए डोईवाला से तैयारी कर रहे हीरा सिंह बिष्ट को रायपुर विधानसभा से टिकट दिया जा सकता है । ऐसे में प्रभु लाल बहुगुणा के समर्थकों को लिए यह परेशानी का सबब है , और प्रभु लाल बहुगुणा भी 2017 में चुनाव हारने के बाद से लगातार 2022 के चुनाव की तैयारी में लग गए थे। प्रभु लाल बहुगुणा का कहना है कि वे लगातार जनता के बीच में है और इस बार चुनाव में जनता के आशीर्वाद से जीत पक्की है। बहरहाल यह टिकटों की मारामारी में किसका टिकट किसका टिकट कहां से मिलेगा और कौन अपना टिकट कहां से लेगा यह सब राजनीतिक उठापटक चल रही है