भारत की एकता-अखण्डता को कायम रखने में साधु समाज की अहम भूमिकाः ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी
हरिद्वार, भारत साधु समाज की बैठक भीमगोड़ा स्थित जयराम आश्रम में आयोजित की गयी। जिसमें पूरे देश के संत महापुरूषों ने हिस्सा लिया। बैठक में भारत साधु समाज के संयुक्त महामंत्री व पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती के प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से स्वामी मुक्तानंद बापू को भारत साधु समाज का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया एवं महामंत्री की नियुक्ति होने तक स्वामी चिदानंद मुनि महाराज को अस्थायी रूप से महामंत्री का कार्यभार सौंपा गया। बैठक की अध्यक्षता स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज व संचालन राष्ट्रीय प्रवक्ता स्वामी ऋषिश्वरानंद महाराज द्वारा किया गया।
         बैठक को संबोधित करते हुए भारत साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि राष्ट्र की एकता अखण्डता को कायम रखने में भारत साधु समाज की अहम भूमिका है। राष्ट्र निर्माण में भारत साधु समाज का पुर्नगठन कर नई गति प्रदान की जाएगी। भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म के प्रचार प्रसार को बढ़ावा देने के लिए जन जागरण अभियान संत समाज द्वारा पूरे देश में चलाया जाएगा। शिक्षा, चिकित्सा एवं धर्म के संवर्द्धन एवं संरक्षण में धार्मिक संस्थाओं का उपयोग हो, इसके लिए संतों को एकजुट करने के प्रयास तेजी से किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 16 व 17 नवम्बर को अहमदाबाद में जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज की अध्यक्षता में भारत साधु समाज का विशाल संत सम्मेलन किया जाएगा। जिसमें धर्म, संस्कृति एवं राममंदिर जैसे अहम मुद्दों पर मुख्य रूप से चर्चा की जाएगी।
    भारत साधु समाज के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष स्वामी मुक्तानंद बापू महाराज ने कहा कि संतों को संगठित कर सम्पूर्ण देश में भारत साधु समाज को एक नई गति प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि संगठन के प्रति ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा से ही कार्य किया जाना चाहिए। जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के निर्देशन में पौराणिक मठ मंदिरों, अखाड़ों, आश्रमों के जीर्णोद्धार के प्रयास भी देश भर में तेजी के साथ किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि धर्मनगरी हरिद्वार में 2021 में होने वाला महाकुंभ की भव्यता व आलोकिकता को लेकर संत समाज रणनीति के तहत कार्य करेगा। सनातन परंपराओं का निर्वहन ठीक रूप से किया जाना चाहिए।
बैठक में म.म.स्वामी अर्जुनपुरी महाराज, महंत देवानंद सरस्वती, म.म.स्वामी कपिल मुनि महाराज, पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, श्रीमहंत साधनानंद, संत जगजीत सिंह, महंत मोहन सिंह, स्वामी केशवानंद, स्वामी हरिहरानंद, महंत प्रेमदास, स्वामी रविदेव शास्त्री आदि ने भी विचार रखे। म.म.स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी महाराज, महंत प्रेमानन्द, महंत गंगादास उदासीन, स्वामी शिवम महाराज, सहित सभी संत महापुरूषों ने स्वामी मुक्तानंद बापू को भारत साधु समाज का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त होने पर उन्हें बधाई दी और मां गंगा मैया से उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए भारत साधु समाज के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी हरिनारायणानंद महाराज के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।