देहरादून, उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष और चिन्हित राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भेजे गए एक संदेश में आगामी 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के समारोह में राज्य भर के तमाम चिन्हित आंदोलनकारियों और स्वाधीनता सेनानियों को आमंत्रित किए जाने की अपील की है। धीरेंद्र प्रताप ने कहा है कि सन 2005 में जब स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी मुख्यमंत्री थे और वे राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के अध्यक्ष थे तो उन्होंने यह व्यवस्था बनवाई थी जिसमें सभी राज्य निर्माण आंदोलन कारियौ को जो सरकार द्वारा चिन्हित थे उन्हें स्वतंत्रता दिवस गणतंत्र दिवस और राज्य स्थापना दिवस समारोह में आमंत्रित किए जाने का प्रावधान किया गया था। धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि राज्य के कई जनपदों में व तहसीलों में अधिकारी स्वाधीनता सेनानियों और राज्य निर्माण आंदोलन काररियो को पिछले वर्षों में आमंत्रित करते रहे हैं परंतु कई जिलों में जिलाधिकारियों व तहसीलदारों, उप जिलाधिकारियों की लापरवाही से राज्य निर्माण आंदोलन कारियों और स्वाधीनता सेनानियों के आश्रितों को इन समारोह में आमंत्रित नहीं किया जाता।
धीरेंद्र प्रताप ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से अपील की है कि वे इस संबंध में मुख्य सचिव के द्वारा तमाम जिलाधिकारियों ,उप जिलाधिकारियों व तहसीलदारों को निर्देश जारी करें की देश जब 15 अगस्त 2021 को अपनी स्वाधीनता की 74 वीं वर्षगांठ मनाएगा तो उस वक्त सभी राज्य निर्माण आंदोलनकारियों ,जीवित स्वाधीनता सेनानीयों और उनके आश्रितों को इन कार्यक्रमों में आमंत्रित किया जाए और सम्मान पूर्वक उन्हें इन कार्यक्रमों में बुलवाया जाए और देश की आजादी मैं उनके योगदान ,उत्तराखंड राज्य निर्माण में उनकी भूमिका को देखते हुए उन्हें सम्मानित किया।