देहरादून, 8 मई: भारत सरकार की संसदीय राजभाषा समिति के संयोजक, उ० प्र० के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने गुरूवार को समिति के अन्य सदस्यों के साथ लेखक गाँव, देहरादून का भ्रमण किया।
इस अवसर पर दिनेश शर्मा ने कहा कि हिन्दी भाषा के संवर्द्धन के लिए लेखक गाँव के रूप में यह एक पुण्य प्रयास है। यहाँ तमाम मूर्धन्य लेखकों और रचनाधर्मियों को अपना सृजन करने के लिये एक सुंदर वातावरण मिलेगा।
उन्होंने कहा कि यहाँ पर लेखकों का मिलन स्थल, परम्पराओं का संरक्षण और हिमालय की शान्ति का यहाँ पर अद्भुत संगम है। लेखक गाँव में स्थापित नालंदा पुस्तकालय प्राचीन नालंदा की तर्ज पर शोध एवं अनुसंधान का एक उत्कृष्ट केन्द्र बनेगा, ऐसा मेरा विश्वास है।
अटल जी की भावना से प्रेरित, लेखक गाँव बन रहा सृजनधर्मियों की कर्मस्थली

समिति के सदस्य एवं लोकसभा सांसद किशोरी लाल ने कहा कि भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी के साहित्य प्रेम और साहित्यकारों के प्रति पीड़ा को लेकर स्थापित किया गया यह लेखक गाँव सृजनशील लोगों की कर्मस्थली के रूप में उभर कर सामने आया है।
लेखक गाँव की निदेशक विदुषी निशंक ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये, लेखक गाँव के संरक्षक डॉ० रमेश पोखरियाल निशंक ने समिति के सभी सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि राजभाषा हिन्दी और तमाम भाषाओं के संवर्द्धन के साथ-साथ लेखक गाँव नवोदित साहित्यकारों शोधार्थियों और शिक्षकों के लिये भी एक महत्वपूर्ण स्थली के रूप में कार्य कर रहा है।
इससे पूर्व दिनेश शर्मा और अन्य समिति सदस्यों द्वारा लेखक गाँव में स्थापित अटल जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया।
इस अवसर पर समिति राजभाषा समिति के अन्य सदस्यों सहित सचिव प्रेमनारायण, हे०न०ब० गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रो० मनमोहन रौथाण, कुलसचिव प्रो० राजेश ढोडी, प्रो० सर्वेश उनियाल, लेखक गाँव के कार्यकारी अधिकारी ओ० पी० बडोनी, सनराइज अकादमी की प्रबंध निदेशक श्रीमती पूजा पोखरियाल, श्रीमती किरन बाला, डॉ० राजेश नैथानी, बालकृष्ण चमोली एवं डॉ० सुप्रिया रतूड़ी सहित अनेक वरिष्ट लोग उपस्थित थे।