डा० हरीश चन्द्र अण्डोला ( दून विश्वविद्यालय)
हल्द्वानी, 17दिसम्बर: भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम, परिचर्चा, कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ।जिसमें कलाकार व कवियों ने अपनी अपनी प्रतिभा से उपस्थित जनमानस का मन मोह लिया ।
उत्तराखंड वानिकी प्रशिक्षण केन्द्र, रामपुर रोड में आयोजित आजादी का महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि बहादुर सिंह विष्ट, पूर्व उच्च शिक्षा निदेशक, विशेष अतिथि पंडित अवधेश गोस्वामी,बरेली (ग्वालियर घराना),पंडित हेमंत गुरू महाराज, दिल्ली (जयपुर घराना),ने श्री सनातन धर्म संस्कृत महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत मंगलाचरण एवं मां सरस्वती की वंदना के साथ दीप प्रज्वलित कर किया गया । इसके पश्चात दिल्ली से आये हेमंत गुरू महाराज द्वारा कत्थक नृत्य तथा बरेली से पधारे पंडित अवधेश गोस्वामी द्वारा शास्त्रीय संगीत में भजन व होली की मनमोहक प्रस्तुति देकर तालियों से हाल गूंज उठा ।
इसके बाद सी पी एस ,के वी एम ,रिद्धिम डांस एकेडमी, स्वर लहरें के द्वारा देश भक्ति, पहाड़ी गीत, नृत्य की प्रस्तुतियां दी गयीं । सांस्कृतिक कार्यक्रमों का निर्देशन पूजा जोशी, अजय सरोहा द्वारा किया गया । कार्यक्रम के अंतिम क्षणों में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया ।जिसमें कवियों ने अपनी अपनी सशक्त रचनाओं से समाज को जागरूक करते हुए सबको प्रफुल्लित किया ।कवियों में बरेली से पधारे रोहित राकेश,सत्यपाल सजग,मंजू पांडे उदिता, बीना भट्ट बडशीला, प्रियंका जोशी, अशोक वार्ष्णेय, प्रदीप उपाध्याय ने अपनी रचनायें प्रस्तुत कर सबको सामाजिक संदेश दिया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बहादुर सिंह विष्ट ने उपस्थित दर्शकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि गोविन्द बल्लभ पंत केवल एक राजनीतिज्ञ ही नहीं, बल्कि देश के सच्चे सिपाही बनकर सेवा की।आज नई पीढ़ी को देश के प्रति कर्मठता, लगनता से देश के प्रति अपने भावों को बनाये रखना चाहिए । इसी क्रम में बरेली से पधारे वैज्ञानिक सचिन रस्तोगी ने कहा कि गोविन्द बल्लभ पंत द्वारा जमींदारी प्रथा,बहु विवाह जैसी कुप्रथाओं को समाप्त किया। दिल्ली से आये लेखक,पत्रकार प्रदीप बेलवाल ने कहा कि समाज में परिवर्तन होना प्रकृति का नियम है । कार्यक्रम के मध्य में डाक्टर सुषमा जोशी द्वारा लिखित मेलों का राज्य कुमायूं का विमोचन किया गया । कार्यक्रम की समाप्ति पर सुधी संस्था के अध्यक्ष डाक्टर हंसादत भट्ट, परियोजना निदेशक प्रियंका जोशी, दून विश्वविद्यालय से डा० हरीश चन्द्र अण्डोला, एस के जोशी, भावना भट्ट, रूपेन्द्र नागर, सुबोध सिंह, रचना फुलारा, नलिनी जोशी, अंचल अहेरी, कृष्ण रंजन जोशी, ज्योत्सना शर्मा, अमित शर्मा, मनोरमा कांडपाल, तारादत्त भट्ट, मानस जोशी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित रहे ।
( उपरोक्त कार्यक्रम संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार एवं सुधि फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित किया गया )