विजयी छात्रसंघ पदाधिकारी। डीएवी महाविद्यालय

डीएवी महाविद्यालय में अभाविप की बादशाहत खत्म,

अध्यक्ष पद पर निर्दलीय निखिल शर्मा जीते

एबीवीपी की भारी हार से संगठन से सरकार तक सब सकते में,

एबीवीपी के शक्ति प्रदर्शन में युवामोर्चा ने लगाया था खासा जोर।

गलत प्रत्याशी को टिकट देना बना हार की वजह

  महासचिव पद पर सत्यम शिवम की जीत, आर्यन की हुई हार।

देहरादून, देहरादून के सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ पर 12 साल से काबिज अभाविप की बादशाहत सोमवार को खत्म हो गई। छात्रसंघ चुनाव में अभाविप से बागी हुए निखिल शर्मा 661 वोटों के अंतर से जीत गए। इस चुनाव में अभाविप सीधे तीसरे स्थान पर पहुंच गई। वहीं महासचिव पद पर आर्यन संगठन को भी हार का सामना करना पड़ा। इस पद पर सत्यम शिवम ग्रुप के नीरज सिंह चैहान ने जीत दर्ज की।
डीएवी में सोमवार को सुबह 8.30 बजे छात्रसंघ चुनाव शुरू हो गए। 8472 वोटरों में से 3912 छात्रों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। मतदान प्रतिशत 46.17 रहा। दोपहर 3.30 बजे से मतगणना शुरू हो गई। मतगणना के पहले चरण से ही निर्दलीय निखिल शर्मा ने अध्यक्ष पद पर और सत्यम शिवम संगठन के नीरज चैहान ने महासचिव पद पर बढ़त बनानी शुरू कर दी थी। जैसे-जैसे मतगणना आगे बढ़ती गई, एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के चेहरे उतरते चले गए। 12 साल से दौड़ रहा एबीवीपी का विजय रथ बागी होकर चुनाव लड़े निखिल शर्मा ने रोक दिया। वहीं, एनएसयूआई इस साल दूसरे स्थान पर आने में कामयाब रही। अध्यक्ष पद पर निखिल शर्मा (निर्दलीय) को 1736 वोट, उनके निकटतम प्रतिद्धंद्धी हिमांशु रावत (एनएसयूआई) को 1075 वोट और सागर तोमर (एबीवीपी) को 937 वोट मिले। उपाध्यक्ष पद पर 
पारितोष सिंह (दिवाकर ग्रुप) को 1513 वोट, सुप्रिया भंडारी (एसएफआई) को 1048 वोट और अंजना (सक्षम ग्रुप) को 824 वोट मिले। महासचिव पद पर नीरज सिंह चैहान (सत्यम शिवम) को 1780 वोट, संदीप कुकरेती (आर्यन) को 1401 वोट और नबोध सिंह परमार (निश्चय ग्रुप) को 522 वोट मिले। डीएवी कॉलेज में न केवल पुलिस बल्कि कॉलेज प्रशासन भी सतर्क रहा। जहां चीफ प्रॉक्टर मेजर डॉ. अतुल सिंह की टीम ने अनुशासन की बागडोर संभाले रखी, वहीं मतगणना अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने भी सभी व्यवस्थाएं सामान्य तौर पर चलाई। पूरे चुनाव के दौरान प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना मुस्तैद रहे। डीएवी कॉलेज में मतदान के दौरान 25 फर्जी वोटर पकड़े गए। इनमें से 22 वोटर तो कॉलेज के गेट पर ही पकड़ लिए गए लेकिन तीन वोटर कॉलेज कैंपस में घुसने में कामयाब रहे। कॉलेज प्रशासन की सतर्कता के चलते वह वोट डालने में कामयाब नहीं हो पाए। सभी आईकार्ड जब्त कर लिए गए। डीएवी के चुनाव की पूरी रिपोर्ट शासन तक पहुंचती रही। कॉलेज में मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा रानी पैन्यूली को पर्यवेक्षक बनाया गया था। वह पूरे चुनाव और मतगणना के दौरान मौजूद रहीं। बाद में डीएम सी रविशंकर ने उन्हें बधाई दी। डीएवी कॉलेज अब तीन दिन बंद रहेगा। 10 सितंबर को मुहर्रम, 11 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के बाद एक दिन चुनाव की वजह से अवकाश रहेगा। अब कॉलेज 13 को खुलेगा। 
 
एमकेपी कॉलेज में सभी पदों पर एबीवीपी का परचम लहराया 
 
 श्रीदेवसुमन विवि में सभी पदों पर एबीवीपी का परचम लहराया। वहीं एमकेपी कॉलेज में भी सभी पदों पर एबीवीपी ने जीत दर्ज की। मनीषा राणा अध्यक्ष, अंकिता जगूड़ी महासचिव पद पर जीतीं।
 दोपहर दो बजे तक डीबीएस कॉलेज में 60 प्रतिशत वोटिंग हुई। इसके बाद यहां गणना शुरू हुई। एसजीआरआर पीजी कॉलेज में भी दो बजे मतदान खत्म हो गया। यहां कुल 1080 वोट पड़े। यहां अध्यक्ष पद पर सक्षम ग्रुप के शुभम बंसल जीते। उपाध्यक्ष पद पर एनएसयूआई के ओशिन कुनवाल व महासचिव पद पर सक्षम ग्रुप के विश्वनाथ रमन बुडाकोटी जीते। सह सचिव पद पर एनएसयूआई के मोहम्मद अजहर सैफी व कोषाध्यक्ष पर एनएसयूआई की मेघा भट्ट जीतीं। यहां अभाविप का सूपड़ा साफ हो गया। एमकेपी में 917 वोट पड़े। कई साल के बाद यहां पोलिंग बढ़ी। रायपुर डिग्री कॉलेज में 994 में से 561 ने ही वोट डाला। एमपीजी कॉलेज मसूरी में चुनाव को लेकर प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता इंतजाम किए। परिसर में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश में पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया। छात्रसंघ चुनाव में एबीवीपी द्वारा हूटिंग करने पर मसूरी कोतवाल भावना कैंथोला ने छात्र नेताओं को लिंगदोह समिति की सिफारिशों का पालन करने की दी हिदायत दी।

डीबीएस पीजी कॉलेज में सचिव पद को छोड़कर सभी 5 पदों पर एबीवीपी ने जीत दर्ज की अध्यक्ष पद पर  एबीवीपी के मोहन प्रसाद में एनएसयूआई की मनीषा नेगी को 139 वोट से शिकस्त दी जबकि सचिव पद पर आर्यन के केशव प्रसाद ने एबीवीपी की आशुतोष को 57 वोट से हराया इसके अलावा उपाध्यक्ष पद पर दिव्या पाठक ,सह सचिव पद पर अंजलि रावत ,कोषाध्यक्ष पद पर अभिषेक तोमर और युवा पद पर सौरभ रावत विजय रहे डीबीएस पीजी कॉलेज में 1922 में से 1149 स्टूडेंट्स ने वोट दिया इस प्रकार डीबीएस में 59.78 परसेंट वोटिंग हुई डीबीएस में सबसे ज्यादा नोटा का इस्तेमाल सह सचिव पद पर हुआ। 260 स्टूडेंट ने सह सचिव पद के लिए नोटा को वोट दिया। अध्यक्ष पद पर 12 नोटा पढ़ें।

गैरसैंण, सोमवार को राजकीय महाविद्यालय गैरसैंण छात्र संघ के चुनाव में कुल 320 में से 268 विद्यार्थियों ने मताधिकार का प्रयोग किया।
अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के हरेंद्र कंडारी ने 167 मत प्राप्त कर कब्जा जमाया। उन्होंने अपने निकट प्रतिद्वंदी रामेश्वरी को 76 मतों से पराजित किया।
उपाध्यक्ष पद पर दीक्षा कंडारी, सचिव पद पर सोनी, सह सचिव पद पर अंजू, कोषाध्यक्ष सुमन और विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के पद पर कलम सिंह निर्विरोध निर्वाचित हुए।
श्रृष्टि विष्ट, रोशनी, चंद्रवीर, जीवन सिंह, जशवंत सिंह एवं वंदना को कार्यकारणी के सदस्य नामित किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य डा0 मधुकेश गुप्ता, चुनाव प्रभारी डॉ0 सुबोध कुमार कंडारी, डॉ रामचंद्र सिंह नेगी, डॉ शाहिदसमी सिद्दकी, उप जिलाधिकारी वैभव गुप्ता, नायब तहसीलदार राकेश पल्लव, थानाध्यक्ष रविंद्र सिंह नेगी, ललित सिंह बिष्ट, हरीश चंद्र, शतीश चंद्र, योगेंद्र सिंह राणा, विजय सिंह, मनीष चंद्र, अनुज सिंह, शिवराज शाह आदि मौजूद थे।

डीएवी डिग्री कॉलेज रुड़की-
अध्यक्ष

विजय त्यागी 352 वोट
आकांक्षा 258 वोट

सचिव

रॉबिन 356 वोट
दीपेश कुमार 276 वोट

संयुक्त सचिव
अनुष्का 526 वोट
मनीष कुमार 224 वोट

उपाध्यक्ष
छवि पंवार 367 वोट
आकांक्षा सैनी 249 वोट

कोषाध्यक्ष
श्वेता रावत 335 वोट
कौशल सिंह 251 वोट

विश्वविद्यालय प्रतिनिधि
हिमांशु सैनी 338 वोट
अभय गौतम 302 वोट