देहरादून, 9 फ़रवरी: राज्य आंदोलनकारी आरक्षण विधेयक को विधानसभा से पारित करवाने में सूत्रधार की भूमिका का निर्वहन करने हेतु राज्य आंदोलनकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने माननीय मंत्री सुबोध उनियाल, सौरभ बहुगुणा से उनके आवास पर मिलकर उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अगर वह लोग इस मामले पर अतिरिक्त संज्ञान न लेते तो यह मामला आज भी कार्मिक एवं विधि विभाग के बीच फंसा हुआ होता। उन्होंने काबिना मंत्री से चिंहीकरण से छूटे हुए लोगों के मामले का शीघ्र निस्तारण करने की भी मांग करी। जिस पर उन्होंने कहा कि वह लोग थोड़ा संयम रखें,माननीय मुख्यमंत्री के संज्ञान में यह बात पहले से ही है इस एक्ट के राजभवन से पास होते ही इस दिशा में पहल करेंगे।
आंदोलनकारियों की बात को गंभीरता से सुनते हुए कबीना मंत्री सुबोध उनियाल ने आंदोलनकारियों को विश्वास दिलाया कि वे राज्य आंदोलनकारियों के हितों के लिए सदैव तत्पर रहें हैं और आगे भी रहेगें। सरकार पृथक राज्य आंदोलन की मूल अपेक्षाओं पर खरा उतरने के प्रतिबद्ध रहेगी।
काबीना मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि वह हमेशा इस बात का ध्यान रखते हैं कि यह राज्य मातृ शक्ति के त्याग और अनेकों बलिदान से प्राप्त हुआ है और इसी की बदौलत आज हमें राज्य की सेवा करने का अवसर मिल रहा है। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जो कि खुद भी एक राज्य आंदोलनकारी रहें हैं और वह उनकी पीड़ा को समझते हैं इसलिये वह जल्द ही उनके विधेयक को राजभवन से पास करवा कर भर्ती प्रक्रिया को शीघ्र प्रारम्भ करवाएंगे।
प्रतिनिधिमंडल में क्रांति कुकरेती, अंबुज शर्मा, आशीष उनियाल, विजयेश नवानी,वीरेंद्र पोखरियाल(पप्पू), विजय प्रताप मल्ल( मल्ला),गणेश डंगवाल, प्रेम सिंह नेगी, विक्रम गोसाई, हरि प्रकाश शर्मा, हरि सिंह मेहर,आईबी बडोनी, संजय थापा,विकास शर्मा,आशीष चौहान, खटीमा से सुनीता ठाकुर डाकपत्थर से मनोज कुमार,रामकिशन, सतपुली से विशंभर दत्त बौठिंयाल, बड़कोट उत्तरकाशी से बाल गोविंद डोभाल, कोटद्वार से प्रवीण पुरोहित, शकुंतला रावत, विमल जुयाल,वीरेंद्र रावत आदि लोग मौजूद थे।