स्पेक्स की पेयजल गुणवत्ता रिपोर्ट -2021
स्पेक्स की पेस्पेक्स की पेयजल गुणवत्ता रिपोर्ट -2021यजल गुणवत्ता रिपोर्ट -2021

देहरादून : स्पेक्स के जल प्रहरियों के सहयोग से जून 5 से 8 जुलाई, 2021 के अंतराल में देहरादून एवं आस पास के क्षेत्रों से पेयजल के 125 नमूने घर-घर जाकर लिए और उनका परीक्षण स्पेक्स प्रयोगशाला में किया। यह प्रयोगशाला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, की भारत सरकार ने स्पेक्स को प्रदान की है। स्पेक्स वर्ष 1990 से देहरादून के पेयजल की गुणवत्ता पर कार्य कर जन-जन को शुद्ध जल अभियान चला रहा है जिसका उद्देश्य आम जन को पीने के पानी के विषय में जागरूक करना है। स्पेक्स के जन- जन को शुद्ध जल अभियान 2021 में 125 स्थानों से पेयजल के 125 नमूने एकत्र किये जिसमे लगभग 90 % नमूने मानकों के अनुरूप नहीं पाए गए । आम जन के साथ-साथ अधिकारियों, विधायकों और मंत्रियों के कार्यालयों व घरों से भी पानी के नमूने एकत्र किये गए।

देहरादून के पेयजल में कहीं क्लोरीन ज्यादा होने के कारण, तो कहीं फीकल कॉलीफार्म और कठोरता के कारण पीने योग्य नहीं है। ज्यादातर पेयजल गुणवत्ता सुपर क्लोरीनेशन के कारण पीने योग्य नहीं रहा .

पेयजल में कठोरता होने से होने वाले नुकसान इस प्रकार है –

बाल और त्वचा जल्दी बूढ़े होते है।
खाली पेट रहने से पथरी रोग बढ़ता है।
चिकित्सा का खर्चा बढ़ जाता है।
लीवर ,किडनी ,आँखे ,हड्डी के जोड़ ,गैस्ट्रो और पाचन पर बुरा प्रभाव डालते है।
नहाने, कपडे और बर्तन धोने में ज्यादा पानी लगता है।
गीजर ,पानी की टंकी ,पाइप लाइन जल्दी चौक हो जाती है।
गीजर में पानी गरम करने में बिजली की खपत अधिक होती है।
खाना पकाने में घरेलु गैस ज्यादा खर्च होती है।

फीकल कॉलीफार्म से होने वाले नुकसान :


पेट में कीड़े।
पेट के अन्य रोग ।
हैजा, दस्त ,पीलिया, उल्टी आदि और कुछ लोगों को हेपेटिटिस-बी होने की सम्भावना होती है।


क्लोरीन के अधिक और लगातार प्रयोग से निम्न नुकसान होते हैं –


बाल सफ़ेद, त्वचा बूढी, त्वचा के सुखना, कपड़ो के रंग जाना तथा पेट के अन्य रोग यहाँ तक की अलसर और कैंसर भी हो सकता है।

पेयजल पर लोक संवाद

राजपुर रोड निवासी देवेंद्र शाह द्वारा बताया गया कि कभी-कभी पानी बहुत ही गंदा आता है।
माजरा में गिरीश चंद द्वारा बताया गया कि पानी गंदा आता है।
ट्रांसपोर्ट नगर सुभाष नगर निवासी इरफान द्वारा बताया गया कि पानी की जांच पहली बार हो रही है शिकायत करने पर भी कोई कर्मचारी जांच के लिए नहीं आता है।
चंद्रबनी अमर भारती निवासी राजेश कोठारी द्वारा बताया गया कि पानी का प्रेशर बहुत कम रहता है जिसके कारण मोटर लगानी पड़ती है।
आराघर चौक प्रभात डेरी के स्वामी द्वारा बताया गया कि पानी गंदा आता है जिस कारण नल में कपड़ा बांधकर या छलनी से छान कर पानी भरना पड़ता है।
राजेश्वर पुरम जोगीवाला निवासी विनोद पंत के द्वारा बताया गया कि पानी काफी दिनों से गंदा आ रहा है जिसमें कीड़े भी आ रहे हैं।
नालापानी रोड पर लोगों द्वारा बताया गया कि पानी केवल एक ही समय आता है जिससे कि बड़ी परेशानी होती है।
झंडा बाजार निवासी आशीष कुमार ने जानकारी दी कि कभी-कभी पानी बदबूदार आता है।
तिलक रोड के आराध्य द्वारा बताया गया कि कभी-कभी पानी में कीड़े आते हैं और बदबू भी आती है।
नवीन सैनी कुम्हार मंडी चौक द्वारा जानकारी दी गई कि पानी आता तो है लेकिन कई बार बदबूदार पानी आता है।
डोभालवाला निवासी सुनील सिंह बटोला द्वारा जानकारी दी गई कि बस्ती के कुछ क्षेत्रों में गंदा पानी आ रहा है जिसमें बदबू भी आ रही है।
हाथीबड़कला के जगदीश खरोरा ने बताया कि पानी गंदा आता है पानी में प्रेशर भी नहीं है और समय भी बहुत कम दिया जाता है।
ऐश्वर्य शर्मा नैशविला रोड का कहना है कि कभी-कभी पानी गंदा आता है।
पानी की गुणवत्ता ठीक नहीं है और सरकारी स्तर पर लगातार पानी की जांच होती रहनी चाहिए यह बात विष्णु दत्त शर्मा ओमकार रोड निवासी द्वारा कही गई।
बिंदालवाला निवासी वीरेंद्र सेठी जो कि अध्यापक हैं उनके द्वारा बताया गया कि पानी की गुणवत्ता नियमित नहीं जांची जाती, समय-समय पर इसकी जांच होती रहनी चाहिए।
नैशविला रोड के उमेश्वर सिंह रावत द्वारा बताया गया कि पानी की टाइमिंग बढ़ाई जानी चाहिए। जिस दिन पानी विद्युत आपूर्ति के कारण नहीं आ पाता है उसके अगले दिन पानी का समय बढ़ा देना चाहिए ताकि पानी की पूर्ति सुचारू रूप से हो सके।
कांवली रोड निवासी अनुज पंडित द्वारा बताया गया कि पानी बहुत गंदा आता है और बिना मोटर के तो कभी आता ही नहीं है।
शिमला बाईपास के सोनू बताते हैं कि पानी बहुत कम आता है और कभी-कभी तो आता ही नहीं है पूरे दिन में एक ही समय पानी आता है जिससे बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मेहुंवाला के राकेश कुमार का कहना है कि बिना मोटर के पानी आता ही नही है जिस कारण समय का पता ही नहीं चलता है पानी कब आता है और कब बंद हो जाता है।
ऋषि विहार के शोभित बताते हैं कि पानी में बदबू आती है और पानी में चिकनाई भी रहती है।
भूड़गांव पंडितवाड़ी निवासी सुरेंद्र यादव द्वारा बताया गया कि पानी में चुना बहुत ज्यादा आता है रात को पानी भरकर रखते हैं तो सुबह बर्तन में चुना पूरी तरह से जम जाता है।
इंदर रोड निवासी उषा देवी द्वारा बताया गया कि पानी बहुत कम आता है और बिना मोटर के नही आता है शुरुआत में पानी गंदा आता है।
बलबीर रोड पर चाय की दुकान चलाने वाली अमित कुमार द्वारा बताया गया कि कभी-कभी पानी में तेज बदबू आती है।
तिब्बती मार्केट में काम करने वाले जगदीश भट्ट बताते हैं कि सभी दुकानदार एक ही नल से पानी भरते हैं जिसमें कभी-कभी गंदा पानी आता है।
कुल्हान पनास वैली के निवासी राजेंद्र सिंह चौहान द्वारा बताया गया कि पानी कभी-कभी चिकनाई युक्त आता है जिसमें बदबू भी आती है।
चालंग ठाकुरद्वार की जमुना देवी पानी को लेकर बहुत दुखी हैं वे बताती हैं कि घर के पास ही ट्यूबवेल है फिर भी पानी बहुत गंदा आता है कई बार तो पानी पंद्रह पंद्रह दिन तक आता ही नहीं है हमें पानी के लिए जल स्रोत पर निर्भर रहना पड़ता है।
चिडोंवाली कंडोली के एस0पी0 पोखरियाल द्वारा जानकारी दी गई कि पानी केवल एक ही समय पर आता है और पानी की टाइमिंग भी बहुत कम रखी गई है प्रेशर तो पानी में है ही नही, बिना मोटर के पानी भरा ही नहीं जा सकता।
लखीबाग के धर्मेंद्र बताते हैं कि पानी अक्सर गंदा आता है जिसमें बदबू भी आती है।
बंजारावाला निवासी फौजदार सिंह रावत बताते हैं कि पानी बहुत कम देर के लिए आता है और मोटर चलाए बिना पानी भरा नहीं जा सकता।
नागल हटनाला निवासी कमल सिंह द्वारा बताया गया कि पानी बहुत ही मटमैला और गंदा आ रहा है ना तो उस पानी का उपयोग कपड़े धोने में किया जा सकता है और ना ही पीने के लिए ।पानी बाहर से ही लाना पड़ रहा है जिसके कारण बहुत परेशानी हो रही है।

देहरादून की पेयजल गुणवत्ता निम्न प्रकार हैं पाई गई .

अवशेषित क्लोरीन- अवशेषित क्लोरीन का मानक 0.२ मिलीग्राम प्रति लीटर हैं
देहरादून के विभिन्न स्थानों में किये गए जल गुणवत्ता परीक्षण में मात्र 7 स्थानों में ही अवशेषित क्लोरीन मानकों अनुरूप पाया गया जिसमें सम्मिलित स्थान इस प्रकार हैं-


डोभाल वाला 0.2, इंद्रेश नगर 0.2 ,तपोवन एन्क्लेव 0.2, राजेश्वरपुरम जोगीवाला 0.2, लक्खीबाग 0.2 , भंडारी बाग़ 0.2, सरस्वती विहार अजबपुर 0.2 ।
देहरादून के 6 स्थानों में अवशेषित क्लोरीन का स्तर मानकों से कई गुना अधिक था,

सतपाल महाराज 1. 4 , गणेश जोशी 1. 2 ,जिलाधिकारी 1.2 व मेयर निवास डोभालवाला 1.2 , विधायक खजान 1.0 ,एस.एस. पी. निवास राजपुर रोड में 1.0 अवशेषित क्लोरीन पायी


53 स्थानों में भी क्लोरीन मानकों से अधिक पाई गई अवशेषित क्लोरीन की मात्रा इस प्रकार है-


राजपुर रोड 1.0 , तिब्बत मार्किट 1.0, डालनवाला 1.0, , दिलाराम चौक में 1.0, सचिवालय राजपुर रोड में 1.0 , कालिदास रोड में 0. 8 , सैय्यद मौहल्ला में 0. 8, झंडा बाजार में 0. 8, कांवली रोड में 0. 8, मानसिंग वाला में 0. 8 , प्रकाश नगर धर्मपुर में 0.8 , शिमला बाय पास रोड में 0. 8, नेहरू कॉलोनी में 0. 8 , केनाल रोड में 0. 6 , चुक्खूवाला में 0. 6, ओमकार रोड में 0. 6, प्रकाश नगर में 0. 6, बसंत विहार में 0. 6, तिलक रोड में 0. 6, आकाश दीप कॉलोनी में 0. 6, पित्थूवाला में 0. 6, शास्त्री नगर हरिद्वार रोड में 0. 6, बसंत विहार फेज-२ में 0. 6, मेहूंवाला में 0. 6, पथरी बाग़ में 0. 6, कारगी चौक विद्या विहार में 0. 6, अजबपुर कलां में 0. 6, राजपुर ढाक पती 0. 4 ,नैशविला रोड 0. 4 ,डंगवाल मार्ग 0.4 बद्रीनाथ कॉलोनी में 0. 4 , विजय कॉलोनी में 0. 4 , बकरालवाला 0. 4 ,यमुना कॉलोनी 0. 4, गोविन्द गढ 0. 4 , राजीव कॉलोनी 0. 4 , इंजिनीयरस एन्क्लेव में 0. 4, कौलागढ़ रोड में 0. 4, विजय पार्क में 0. 4, रायपुर हाथी खाना चौक में , अपर रायपुर 0. 4, हरचावाला 0. 4, नालापानी में 0. 4, सेवला कलां 0. 4, मोह्बब्वे वाला 0. 4, ट्रांसपोर्ट नगर 0. 4, धर्मपुर चौक 0. 4, आराघर चौक 0. 4 , ऋषि विहार 0. 4, कांवली रोड 0. 4, माता मंदिर रोड गणेश विहार 0. 4, राजेंद्र नगर 0. 4, मोहिनी रोड में यह मात्रा 0.4 मानको से ज्यादा थी।

10 स्थानों जिनमे केंट रोड 0.1, सालावाला 0.1, जाखन राजपुर रोड 0.1, बिंदालवाला नैशविला रोड 0.1, हाथी बड़कला 0.1 , कुम्हार मंडी 0.1, उद्दीवाला बल्लूपुर 0.1 , अहीर मंडी 0.1, मिलन विहार जी एम् एस रोड में 0.1, कृष्ण नगर 0.1 कम क्लोरीन पायी गयी ।

निम्न 49 स्थानों में क्लोरीन नहीं पाया गया जिनमे

इंद्रा कॉलोनी 0 , शेरबाग रोड 0 , शास्त्री नगर खाला सीमाद्वार 0 , खुड़बुडा 0 , शांति विहार कॉलोनी 0 , श्री देव सुमन नगर 0 , मित्र लोक कॉलोनी 0 , रायपुर सतीवाला 0 , ओली गाँव रायपुर 0 , डी.एल. रोड 0 , चंद्रबनी अमर भारती 0 , सहारनपुर चौक 0 , माजरा 0 , निरंजनपुर मंडी 0 , पटेल नगर 0 , सेक्टर-4 डिफेन्स कॉलोनी 0 , नवादा 0 , माजरी माफ़ी बद्रीपुर 0 , लोअर नत्थनपुर 0 , सुभाष रोड 0 , भुड़गाँव पंडितवाडी 0 , पंडितवाड़ी 0 , हरभज वाला 0 , कालिंदी एन्क्लेव 0 , गाँधी ग्राम 0 , न्यू रोड द्वारिका स्टोर 0 , इन्दर रोड 0 , लक्ष्मी रोड 0 , संजय कॉलोनी 0 , बलवीर रोड 0 , कर्ज़न रोड 0 , अधोई वाला 0 , मयूर विहार 0 , सिद्धार्थ विहार कंडोली 0 , चिड़ो वाली कंडोली 0 , डांडा लखौंड 0 , राजेश्वर नगर फेज – 5, 0 , गुजराड़ा मानसिंग 0 , कृषाली गाँव 0 , नागल हटनाला 0 , चालंग ठाकुरद्वार 0 , नागल 0 , तरला नागल 0 , कुल्हान पनास वैली रोड 0 , टी. एच. डी. सी. देहराखास 0, शिवालिक एन्क्लेव बंजारा वाला 0 , अशोक विहार अजबपुर 0, सपेरा बस्ती 0 व जिला न्यायधीश निवास ई. सी. रोड में क्लोरीन की मात्रा शून्य पायी गयी ।