देहरादून, श्री श्रीजगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के तत्वावधान में 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन  विभिन्न मंदिरों, धार्मिक संस्थाओं एवं व्यापारिक प्रतिष्ठानों के सहयोग से 19वीं प्राचीन भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जायेगी। 
   
  श्री श्री जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति विष्णु विहार के संस्थापक एवं मुख्य ट्रस्टी राम कुमार अग्रवाल एवं आयोजकों ने बताया कि  भगवान जगन्नाथ अपना पवित्र देवालय श्री श्री जगन्नाथ मंदिर विष्णु विहार हरिद्वार बाईपास रोड़ छोड़कर अपने बडे भाई बलराम एवं बहन सुभद्रा के साथ सभी नगर वासियों पर अपनी कृपा बरसाने के लिए स्वयं नगर भ्रमण करने निकल रहे है। उन्होंन कहा कि रथ पर भगवान जगन्नाथ, बलराम व सुभद्रा के आरूढ हो जाने के पश्चात विधि विधान से पूजा अर्चना शहर के राजा द्वारा की जाती है और भगवान के रथ को प्रस्थान करने से पहले रथ के आगे छेरा पेहरा यानि चांदी की झाडू से राजा द्वारा बुहार सफाइर्द की ताती है और रथ के रस्से को खींचकर रथ को यात्रा के लिए प्रस्थान किया जाता है।उन्होंने कहा कि नगर भ्रमण के दौरान भगवान जगन्नाथ स्वयं अपनी आंखों से भक्तों को निहारते है और अपनी करूणामयी दृष्टि से नगर वासियों के दुखों को हर लेते है। उन्होंने कहा कि रस्से खींचने से ऐसा मन में भाव आता है कि हमने भगवान जगन्नाथ के हाथों को पकड़ा हुआ है और भगवान प्रेमपूर्वक हमारे साथ चल रहे है।
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उन्होंने कहा कि रथयात्रा के नगर भ्रमण के पश्चात हरिद्वार रोड स्थित श्री राधा कृष्ण वैडिंग प्वांइंट में भगवान विश्राम लेंगें और उसके पश्चात वहां पर भंडारा प्रसाद का वितरण होगा और भगवान विश्राम के बाद शाम को अपने धाम श्री श्री जगन्नाथ मंदिर  विष्णु विहार अपने मंदिर में विराजमान होंगें इसके पश्चात भगवान को फिर से श्रंगार किया जायेगा और सांय छह बजे महा आरती होगी। उन्होंने कहा कि 20 जनवरी को मंदिर प्रागंण में सांय पांच बजे भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया जायेगा। इस अवसर पर समिति के अनेक सदस्य उपस्थित थे।