अब कक्षा पहली से लेकर 10वीं तक के स्टूडेंट्स को भारी-भरकम बस्ते नहीं उठाने पड़ेंगे। मानव संसाधन मंत्रालय ने स्कूलों को इस बारे में सूचना जारी की है। स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के अध्यक्ष पुनीत ने बताया कि भारत सरकार व राज्य सरकारों से मान्यता प्राप्त सभी निजी स्कूलों द्वारा कक्षा पहली व दूसरी कक्षा के स्टूडेंट्स को कोई भी होमवर्क नहीं दिया जाएगा।
कक्षा पहली से दूसरी तक भाषा, गणित विषय से सम्बन्धित केवल दो ही किताबें अनिवार्य की जाएंगी। कक्षा तीसरी से पांचवीं तक भाषा, ईवीएस, गणित विषय की केवल एनसीईआरटी पाठयक्रम की पुस्तकें अनिवार्य की जाएंगी। कक्षा के हिसाब से होगा बस्ते का वजन
कक्षा पहली से दूसरी तक भाषा, गणित विषय से सम्बन्धित केवल दो ही किताबें अनिवार्य की जाएंगी। कक्षा तीसरी से पांचवीं तक भाषा, ईवीएस, गणित विषय की केवल एनसीईआरटी पाठयक्रम की पुस्तकें अनिवार्य की जाएंगी। कक्षा के हिसाब से होगा बस्ते का वजन
छात्र के बैग यानी बस्ते में कोई भी अतिरिक्त किताब या वजन नहीं होना चाहिए। कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई करने वाले बच्चों के बस्ते का बोझ सीमित किया गया है। प्रत्येक कक्षा के हिसाब से बस्ते का वजन भी निर्धारित होगा। इसके साथ-साथ छोटी कक्षाओं में होमवर्क को भी बंद किया जाएगा।
6 दिसम्बर को हाईकोर्ट में होनी है सुनवाई
निजी स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की पुस्तकें लागू किए जाने संबंधी मामले की सुनवाई अगले माह पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय में होनी है। संगठन की ओर से निजी स्कूलों द्वारा मनमाने ढंग से निजी प्रकाशकों के साथ सांठगांठ कर अभिभावकों पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डालकर विभिन्न पाठयक्रम की पुस्तकें थोपने की शिकायत दी गई थी। इसी मामले में अगली सुनवाई 6 दिसम्बर को हाईकोर्ट में होगी।
ये होगा बस्ते का वजन
कक्षा बस्ते का वजन