साध्वी प्राची ने की उत्तराखंड में शराब कारखाने लगाने की नीति पर पुनर्विचार की मांग
हरिद्वार, राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में लगाए जा रहे शराब कारखानों के विरोध में आंदोलन चला रहे देवभूमि सिविल सोसायटी के धरने पर पहुंची हिंदूवादी फायरब्रांड नेता साध्वी प्राची ने आंदोलन को समर्थन देते हुए सरकार से शराब कारखाने लगाने की अनुमति पर पुर्नविचार करने की मांग की। साध्वी प्राची ने कहा कि देवभूमि की मान मर्यादाओं व हिमालय की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए सरकार को शराब फैक्ट्री लगाए जाने के अपने निर्णय पर अवश्य ही विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात कर समस्या के निदान के प्रयास किए जाएंगे।
साध्वी प्राची के धरने पर पहुंचने पर जेपी बड़ोनी व पंडित अधीर कौशिक ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। इस अवसर पर जेपी बड़ोनी व पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि सरकार की शराब नीति के विरोध में 18 दिन से लगातार धरना व अनशन किया जा रहा है। लेकिन सरकार ने इस मुद्दे को लेकर अभी तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई। देवों की नगरी में मां गंगा का वास है। पर्वतीय क्षेत्रों में लगाए जा रहे शराब कारखानों के कारण गंगा की पवित्रता पर भी गहरा खतरा मंडरा रहा है। अखाडा परिषद् के पूर्व प्रवक्ता बाबा हठयोगी ने कहा कि शराब कारखानों को लेकर पूरे प्रदेश में जन आंदोलन चलाया जाएगा। सरकार को अपना निर्णय वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि देवभूमि की पवित्रता से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। कार्यकर्ताओं ने शराब कारखानों के विरोध में चंद्राचार्य चौक से देवपुरा चौक तक मशाल जुलूस निकालकर जनजागरूकता भी फैलायी।
इस अवसर आचार्य धीरज, उमेश सैनी, रोहित शर्मा, दीपक शर्मा, प्रिंस शर्मा, सरिता पुरोहित, विशाल गर्ग, ठाकुर विक्रम सिंह, रामबाबू, संदीप सैनी, सूरज कुमार, चमन गिरी, आदर्श भार्गव, पंडित शास्त्री, धीरज पंत, राजकुमार प्रिंस, नितिन सैनी, विपिन सैनी, विकास चौहान, राकेश लोहट, रीतु मदान, पूनम मखीजा, ज्योति प्रजापति, शंकर शर्मा आदि मौजूद रहे।