कोरोना जांच रिपोर्ट में लेटलतीफी का आलम यह है कि चार-चार दिनों तक लोगों को रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है इसके चलते पीड़ित व्यक्तिओं की घर में ही तबीयत खराब हो जा रही है नकरौंदा निवासी 62 वर्षीय रिटायर्ड कर्मी मुरलीधर रतूड़ी की भी उनमें से एक हैं जिनकी रिपोर्ट के इंतजार में सांसों की डोरी ही टूट गई।

रिटायर्ड कर्मचारी की मौत दुःखद है। जांच को सैंपल लेने पर संदेश क्यों नहीं गया और रिपोर्ट किस स्तर पर नहीं दी गई, यह क्यों देरी हुई इसकी जांच कराई जाएगी। जिम्मेदार डॉक्टरों से पूछा जाएगा जो भी इसके लिए जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।लैब में सैम्पलों की अधिकता एवं कर्मचारियों के संक्रमित होने की वजह से कुछ सैंपल पेंडिंग है।लेकिन 4 दिन तक रिपोर्ट पेंडिंग होना बेहद गलत है।

डॉक्टर आशुतोष सयाना (प्राचार्य)

मेडिकल कॉलेज अस्पताल

उनके बेटे अमित ने बताया कि 20 अप्रैल को उन्होंने अपने मां व पिता का दून अस्पताल में टेस्ट कराया था। मां के सैंपल का मैसेज तो मोबाइल पर आ गया, लेकिन पिता का नहीं आया। दून अस्पताल में कई बार पता किया गया, लेकिन कोई स्पष्ट बात उन्हें नहीं बताई गई। तब तक वह घर पर ही जरूरी दवाईयां देते रहे। शुक्रवार को देर रात उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई। उन्हें लेकर हरिद्वार बायपास स्थित निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट ने 4 दिन पहले कोरोनेशन अस्पताल में 4 घंटे लाइन में लगकर कोरोना टेस्ट करवाया था। उनकी रिपोर्ट उन्हें 4 दिन बाद शनिवार को मिली। जिसमें वह संक्रमित पाए गए। उन्हें दवा कीट के लिए दून अस्पताल जाने को कहा गया वहाँ पहुचने पर अस्पताल ने कहा गया कि यह नंबर चस्पा हैं, इन पर फोन मिलाकर मदद ले लीजिए। लेकिन तीन नंबरों पर 15 बार फोन करने पर भी फोन नहीं उठा। उन्होंने कहा सरकार व स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह फेल हो चुके हैं । मरीज धक्के खा रहे हैं और दम तोड़ रहे हैं

मुरलीधरन रतूड़ी मूल रूप से यमकेश्वर के दयाकाटल के रहने वाले थेऔर हाल में ही उत्तर प्रदेश वन निगम के स्केलर के पद से रिटायर हुए थे। बेटे अमित ने बताया कि मां की रिपोर्ट शनिवार सुबह बहुत कोशिश के बाद भी मिल पाई थी,मां पॉजिटिव थी। पिता का अंतिम संस्कार रायपुर के कोविड नियमों के तहत किया जाऐगा। गौरतलब है कि रिपोर्ट में देरी की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

 

क्या हो सकता है आने वाले समय में जानने के लिए नीचे दिए लिंक को भी पड़ें 

गर अंटी में है दम,तब ही होगी जंग : कोरोना टीकाकरण