देहरादून,10 अगस्त: भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम से लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ तक किसी को भी राहुल गांधी कतई भी बर्दाश्त नहीं हो रहे हैं।
भाजपा के नेताओं द्वारा उनके बयानों को लेकर जिस तरह की आपत्तियां की जा रही है तथा उन्हें माफी मांगने की बात कही जा रही है उससे यही लगता है कि उन्हें कांग्रेस से नहीं सबसे ज्यादा परेशानी अगर किसी से है तो वह सिर्फ राहुल गांधी से ही है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम का कहना है कि सोनिया गांधी राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहती हैं एक मां की इच्छा के तौर पर यह बात समझ में आ सकती है क्योंकि हर मां की अपने बेटे के लिए ऐसी इच्छा हो सकती है लेकिन कांग्रेस के नेताओं की क्या मजबूरी है कि वह राहुल गांधी को प्रधानमंत्री देखना चाहते हैं यह बात समझ से परे है।
दुष्यंत गौतम का कहना है कि संसद में या संसद के बाहर उनका व्यवहार और भाषा जिस तरह की है क्या किसी नेता की हो सकती है। आंख मारने या फ्लाइंग किस जैसी छिछोरी हरकतें करना बताता है कि वह राहुल गांधी की बचकानी हरकतें हैं। जो किसी भी सूरत में किसी नेता के रूप में बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उनका कहना है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने के काबिल नहीं है। लेकिन कांग्रेसी नेताओं की जिद है कि वह उन्हें प्रधानमंत्री बना कर ही रहेंगे।
राहुल गांधी विपक्ष के एकमात्र ऐसे नेता हैं जो प्रधानमंत्री मोदी और सत्ता में बैठे किसी भी नेता के खिलाफ निडर होकर कुछ भी बोलने की हिम्मत रखते हैं और यही वजह उनके विरोध की सबसे बड़ी वजह है। दांव खाली चला गया अन्यथा भाजपा के नेता जिन्होंने राहुल को राजनीति का पप्पू बना दिया है उन्हें राजनीति के हाशिए से बाहर धकेल ही चुके थे अब उनकी वापसी पर भाजपा नेताओं की वैसी ही प्रतिक्रियाएं स्वाभाविक है जैसी सामने आ रही है।