देहरादून, पार्टी की गाइड लाइन के खिलाफ काम करने वाले नेताओं को लेकर भाजपा सख्त रूख अपनायें हुए है। अब तक सौ से अधिक नेताओं व कार्यकर्ताओं के खिलाफ पार्टी कार्यवाही कर चुकी है। अब एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष और नैनीताल सांसद अजय भट्ट ने ऐेसे नेताओं को सख्त संदेश देते हुए कहा गया है कि वह खुद तय कर लें कि उन्हे पार्टी में रहना है या नहीं।

अजय भट्ट का यह बयान अपने विधायक उमेश शर्मा काऊ के उस आडियो के वायरल होने के सम्बन्ध में आया है जिसमें वह अपने पार्टी प्रत्याशी को हराने और निर्दलीय प्रत्याशी को जितवाने के निर्देश अपने कार्यकर्ताओं को दे रहे हैं। भाजपा अब तक देहरादून, पौड़ी, चमोली और उत्तरकाशी के 90 से अधिक कार्यकर्ताओं को बगावत के चलते बाहर का रास्ता दिखा चुकी है

तथा कई बड़े नेताओं को  कारण बताओ नोटिस जारी कर चुकी है। अजय भट्ट का कहना है कि कुछ नेताओं की सोच है कि पार्टी में उनकी ही चलनी चाहिए। जबकि ऐसा संभव नहीं है, भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है और लोकतांत्रिक तरीके से ही सारे काम यहां होते हंै। चाहे किसी चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन की बात हो या संगठन में पदों पर नियुक्तियों की। किसी व्यक्ति विशेष के कहने से कुछ नहीं होता है। लेकिन कुछ लोग सोचते है कि वह जो कहें वही हो यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी में ऐसे लोगों के लिए कोई स्थान नहीं है ऐसे नेताओं को खुद यह तय कर लेना चाहिए कि उन्हें पार्टी में रहना है या नहीं। जहां तक पार्टी के नियम कानून और संविधान की बात है उसके खिलाफ किसी को भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, चाहे वह कोई भी क्यों न हो।

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