युवाओं के रोल मॉडल कर्नल कोठियाल को अपने बीच पाकर युवा हुए गदगद
कोटद्वार, आज आम आदमी पार्टी की रोजगार गारंटी यात्रा कोटद्वार के बाद लैंसडाउन विधानसभा पहुंची। जहां आज जहरीखाल बाजार पहुंचते ही कर्नल कोठियाल का आप कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने नारेबाजी के साथ फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया। इसके बाद यहां पहुंचे कर्नल कोठियाल ने जहरीखाल की जनता का आभार जताते हुए वहां एक पदयात्रा निकाली और इस दौरान उन्होंने वहां महिलाओं,बुजुर्ग,बच्चे और युवाओं से जनसंपर्क किया।
इस पदयात्रा के दौरान लोगों ने कर्नल को हाथों हाथ लेते हुए उनका गर्मजोशी से स्वागत किया । उन्होंने बड़े बुजुर्गों से बातचीत करते हुए उनका हाल चाल जाना जिससे प्रभावित बुजुर्गों ने कर्नल कोठियाल को गले लगाकर विजयश्री का आशिर्वाद दिया। इस दौरान कर्नल यहीं नहीं रुके ,महिलाओं समेत छोटे छोटे बच्चों से भी मुलाकात की। कर्नल कोठियाल से प्रेरित कई लोगों ने इस दौरान इस पल को अपने अपने कैमरों में कैद भी किया। यहां चारों ओर लोगों की भीड और जनता का अपार समर्थन मिला । हर ओर तिरंगे और आप पार्टी के झंडों से पूरा बाजार अटा पडा था। पहाड की जनता का अपार प्रेम और समर्थन मिलता देख कर्नल साहब का उत्साह भी दोगुना हो गया। उन्होंने बाजार के अलावा माताओं बहनों से उनके घरों पर जाकर भी मुलाकात करते हुए ,उनकी समस्याओं के बारे में जाना और उन्हें उचित समाधान का आश्वासन दिया।
इसके बाद कर्नल कोठियाल ने स्थानीय दुकानदारों और व्यापारियों के आर्थिक हालातों का जायजा भी लिया, और आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर वहां के क्षेत्रीय लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। वहीं दूसरी ओर कर्नल कोठियाल को राजनैतिक मैदान में उतरा देख, पहाड़ी युवा भी आज खासे उत्साहित नजर आ रहे थे। युवाओं ने कर्नल कोठियाल के साथ कई तस्वीरें ली। कर्नल कोठियाल ने इस दौरान कई युवाओं को यूथ फाउंडेशन के माध्यम से देशसेवा में जाने का मार्ग प्रशस्त किया और उन्हें सेना में भर्ती होने के लिए कहा, जिस पर कई स्थानीय युवाओं ने अपनी सहमति जताते हुए उनका तहे दिल से आभार जताया। कर्नल कोठियाल के चाहने वालों की यहां भी कमी नहीं थी, यहां भी उन पर उनके चाहने वालों ने खूब फूल बरसाए। एक सैनिक का सम्मान क्या होता है कर्नल कोठियाल बेहतर जानते हैं ,उन्होंने यहां कई पूर्व सैनिकों से मुलाकात की और उन्हें सम्मान देते हुए सैल्यूट भी किया। इसके बाद उनका काफिला यहां से निकलकर रिखणीखाल पहुंचा ,जहां जनता उनका पहले से ही इंतजार कर रही थी ,और वहां पहुंचते ही उनका बहुत ही गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इसके बाद उन्होंने रोजगार अधिकार सभा में विशाल जनता को संबोधित करते हुए कहा,मैंने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी हैं और सेना में जाने का जज्बा और दुश्मनों से लडने का जज्बा क्या होता है मैं जानता हूं।
उन्होंने बाबा जसवंत सिंह रावत की बहादुरी का जिक्र करते हुए कहा कि, बाबा जसंवत को कौन नहीं जानता। यहां से कुछ ही दूरी पर बाबा जसवंत सिंह का घर है, मुझे पता है उनका बैच नंबर 4039009 है। उन्होंने आगे कहा कि, नूरा-नांग की लडाई में चीन से लोहा लेते हुए हमारे कई जवान शहीद हो गए थे ,लेकिन चीनी सैनिक उस वक्त दंग रह गए ,जब उन्होंने बाबा जसंवत का अदम्य साहस देखा। उन्होंने अपनी शहादत देते हुए चीनी सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। उसी पल्टन 4 गढ़वाल का मैं हिस्सा रहा और सेकंड लेफ्टिनेंट, लेफ्टिनेंट, मेजर, एलटी कर्नल और कर्नल तक के पद पर पहुंचा, और कई बड़े युद्ध लड़ते हुए कीर्ति चक्र, शौर्य चक्र, सेना मेडल का सम्मान प्राप्त किया। उन्होनें आगे कहा कि, मुझे नेतागिरी नहीं आती, पर मुझे सेना के अनुभवों ने विपरीत हालातों में निर्णय लेना सिखाया है। उन्होंने कहा कि, मुझे समाजसेवा करने के लिए मेरी मां द्वारा ही प्रेरित किया गया और अब मेरा एक ही सपना है कि मैं प्रदेश की जनता के लिए सेवा करुं। उन्होंने कहा कि, काम करने वाली आप पार्टी को मैंने इसीलिए चुना और अब हमारा एक ही उद्देश्य है कि, सरकार बनते ही जनता को मूलभूत सुविधा देंगे, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ, सड़क, रोजगार सबको उनका मौलिक हक मिलेगा। उन्होंने कहा कि, जिस दिन प्रदेश में ये सभी सेवाएं दुरुस्त हो जाएंगी ,उस दिन हमारा प्रदेश नवनिर्माण की ओर अग्रसर होगा। उन्होंने कहा कि हमारा सकंल्प प्रदेश का नवनिर्माण है और जिसे हर हाल में पूरा किया जाएगा।