मसूरी रोड स्थित अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के मालिक आरपी ईश्वरन की कोठी में 22 सितंबर की रात हुई लाखों की डकैती का पुलिस ने आठ दिन बाद मंगलवार को खुलासा कर दिया। बता दें हथियार बंद बदमाशों ने परिजनों को आतंकित कर 60 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति लूट की थी। दून पुलिस ने गिरोह के सरगना और बीएसएफ के बर्खास्त डिप्टी कमाडेंट समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 11 लाख 70 हजार की नगदी और जेवरात बरामद किए गए, जबकि तीन आरोपी अभी फरार हैं। इससे पहले डकैतों के गैंग ने भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ के नाम का सहारा लेकर बिल्डर राकेश बत्रा के घर में डाका डालने का प्रयास किया था। यहां से नाकामी मिलने के बाद ईश्वरन के परिवार को निशाना बनाया।
देहरादून: मसूरी रोड स्थित अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के मालिक आरपी ईश्वरन की कोठी में 22 सितंबर की रात हुई लाखों की डकैती का पुलिस ने आठ दिन बाद मंगलवार को खुलासा कर दिया। दून पुलिस ने गिरोह के सरगना और बीएसएफ के बर्खास्त डिप्टी कमाडेंट समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से 11 लाख 70 हजार की नगदी और जेवरात बरामद किए गए, जबकि तीन आरोपी अभी फरार हैं। बता दें हथियार बंद बदमाशों ने परिजनों को आतंकित कर 60 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति लूट ली थी।
जानकारी के मुताबिक देहरादून में पीरू नाम का नाई गिरोह के लिए रेकी करता था। पीरू ही गिरह के मास्टरमाइंड ठाकुर साहब को लूट से पहले सारी जानकारी देता था। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वो दिल्ली से देहरादून ईंट भट्टा व्यापारी और बिल्डर राकेश भत्ता के घर डकैती डालने आए थे। गैंग ने भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ के नाम का सहारा लेकर बिल्डर राकेश बत्रा के घर में डाका डालने का प्रयास किया था। लेकिन उस दिन भत्ता के घर काफी लोग थे। इसलिए इन्होंने भत्ता के घर डकैती डालने का अपना प्लान कैंसिल कर दिया था। यहां से नाकामी मिलने के बाद पीरू ने बदमाशों को अभिमन्यु क्रिकेट एकेडमी के संचालक आरपी ईश्वरन के बारे में बताया। जिसके बाद बदमाशों ने ईश्वरन के घर डकैती डाली। पूछताछ में ठाकुर साहब ने पुलिस को बताया कि उसने इसी साल मई माह में देहरादून में एक करोड़ 39 लाख रुपए की लूट का वारदात को अंजाम दिया था।। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी ने बताया कि घटना की तह तक जाने के लिए पुलिस को दिन रात एक करना पड़ा। एसपी सिटी श्वेता चौबे के नेतृत्व में एसओजी प्रभारी ऐश्वर्य पाल और उप निरीक्षक यासीन आदि की टीम के अथक प्रयासों के बाद मामले में आठ दिन बाद कामयाबी मिली। घटना में प्रयुक्त शेवरले बीट कार के आधार पर पुलिस ने पहले दिल्ली से अदनान निवासी पान मंडी सदर बाजार नई दिल्ली को गिरफ्तार किया।
अदनान से पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी वीरेन्द्र ठाकुर को दिल्ली के पहाड़गंज से दबोचा गया। ठाकुर पत्नी और बेटी के साथ कार से फरार होने के प्रयास में था। वीरेन्द्र ठाकुर मास्टर माइंड होने के साथ बीएसएफ से बर्खास्त डिप्टी कमांडेंट है। इसके बाद रायपुर के आजाद नगर निवासी सैलून संचालक मुजिब्बुर रहमान उर्फ पीरू, फुरकान निवासी अलावलपुर हरिद्वार और फईम निवासी रघुबीर नगर नई दिल्ली की गिरफ्तारी की गई। एसएसपी जोशी के मुताबिक इन लोगों ने कोठी से लूटे गए सोने के जेवरात 33 लाख रुपये में बेचे थे और पैसे आपस में बांट लिए थे। इनमें से करीब 11 लाख 69 हजार रुपये की नगदी के अलावा काफी माल बरामद हो गया है। फरार हैदर निवासी नूरपुर बिजनौर, मिश्रा और फिरोज निवासी रघुवीर नगर नई दिल्ली की गिरफ्तारी के प्रयास चल रहे हैं। लूट में प्रयुक्त कार भी जल्द मिलने की उम्मीद है।पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने पुलिस टीम को बीस हजार और पीड़ित ईश्वरन ने एक लाख 51 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
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