यात्रियों की सुरक्षा के लिए एसओपी होगी सख्त
देहरादून। उत्तरकाशी जिले के पुरोला क्षेत्र में रविवार को डामटा के समीप एक बस के गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में बस में सवार कुल 26 लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में 25 लोग मध्य प्रदेश के रहने वाले थे। वहीं, चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए जिनका इलाज चल रहा है। मध्य प्रदेश के पन्ना जिले के तीर्थ यात्रियों की बस ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 94 पर डामटा से दो किलोमीटर आगे रिखावू खड्ड में गिर गई। दुर्घटना के समय श्रद्धालु यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए जा रहे थे।
घटना पर दुख जताते हुए राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि हम घटना से सीखेंगे। हम इसका बारीकी से आकलन करेंगे। एसओपी को और सख्त किया जाएगा। यात्रियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है। यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता होगी है।वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 1-1 लाख रुपए की मदद की घोषणा की है। घायलों को 50-50 हजार रुपए की मदद मिलेगी। इसके साथ ही उत्तरकाशी हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश हो गये हैं। सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार पूरा प्रयास कर रही है। पंजीकरण के बिना किसी भी तीर्थ यात्री को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
उत्तरकाशी में हुए बस हादसे पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने दुख जताते हुए कहा कि उत्तराखंड के अंदर बार-बार ऐसी घटनाओं के होने से हमारा सिर शर्म से झुक रहा है। ऐसी घटनाएं बताती हैं कि सरकार की व्यवस्थाएं ठीक नहीं हैं। यशपाल आर्य ने सरकार और परिवहन व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लापरवाही के कारण ही इतनी बड़ी बस दुर्घटना हुई और 26 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। एक तरफ तो श्रद्धालु बड़े विश्वास के साथ उत्तराखंड आते हैं और दूसरी तरफ ऐसी घटनाएं डर और भय का माहौल पैदा कर रही हैं। वहीं, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और मध्य प्रदेश सरकार से सड़क हादसे के मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा और घायलों को समुचित इलाज के इंतजाम किए जाने की भी मांग की है।
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