पटना, 26 अप्रैल: बिहार से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसको सुनकर आपको भी यकीन कर पाना शायद मुश्किल होगा। बिहार में एक पति और 40 पत्नियां हैं। इसके पीछे की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है।
बिहार में आजकल जातीय जनगणना चल रही है, इसी क्रम में अरवल में जातीय गणना के दौरान एक हैरान करने वाली बात सामने आई है। यहां 40 महिलाओं ने एक ही शख्स रूपचंद को अपना पति बताया है। जनगणना के दौरान पूछे गए सवाल में कई महिलाओं ने एक ही शख्स रूपचंद का नाम लिया है। इतना ही नहीं, रूपचंद को जहां 40 महिलाओं ने पति बतया है तो वहीं कुछ महिलाओं ने रूपचंद को अपना पिता और बेटा भी बताया है। पूरा मामला नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 7 स्थित रेड लाइट एरिया का है।
इस इलाके में महिलाएं सालों से नाच-गाकर अपना जीवन गुजारती हैं। जातीय जनगणना के दौरान कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों की जानकारी जुटा रहे हैं। इसी दौरान यह चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया। अरवल के रेड लाइट एरिया की करीब 40 महिलाओं के पति का नाम रूपचंद है। वहीं, कुछ महिलाओं ने पिता और बेटे के तौर पर भी रूपचंद का नाम लिया। यहां की महिलाओं का कोई निश्चित ठिकाना नहीं होता है। महिलाएं रूपचंद को ही अपना सब कुछ मानती हैं। इस इलाके में ऐसे दर्जनों परिवार हैं, जिन्होंने रूपचंद को ही अपना सब कुछ माना है। रूपचंद कौन है, कहां है कोई नहीं जानता।
जातीय गणना करने पहुंचे राजीव रंजन राकेश ने बताया कि रेड लाइट एरिया में रहने वाली महिलाओं से उन्होंने बात की। उनका रिकॉर्ड जाना। इस दौरान महिलाओं ने अपने पति, पिता और पुत्र का नाम रूपचंद बताया। महिलाओं के आधार कार्ड पर भी पति का नाम रूपचंद लिखा हुआ पाया गया। यहां के 40 महिलाओं का सर्वेसर्वा रूपचंद है।
अधिकारी हैरान थे कि आखिर यह रूपचंद कौन है। हालांकि जब इसके बारे में जानकारी जुटाई गई कि रूपचंद कौन है, तो पता चला कि रूपचंद कोई आदमी नहीं है। यहाँ पैसे को रूपचंद कहा जाता है। यही वजह है कि महिलाओं ने रूपचंद को अपना सब कुछ बताया है