गोपेश्वर, दशोली ब्लॉक के पाणा गांव में एक बार सड़क न होना व स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर सामने आई है। जहां पर छाचरी देवी पत्नी शंकर सिंह के घुटनों में दिक्कत होने के कारण ग्रामीणों ने डंडी कंडी के सहारे 7 किलोमीटर पैदल सड़क मार्ग तक पहुंचाया। जिसके बाद इलाज के लिए उन्हें अस्पताल ले जाया गया। ऐसा नहीं है कि ऐसी पहली तस्वीर सामने आई हो, इस तरह की तस्वीरें क्षेत्र में कई बार देखने को मिली है। लेकिन समस्या जस की तस है। राजनीतिक दलों और शासन प्रशासन के जिम्मेदार लोगों के हस्तक्षेप के बाद भी इन गांवों के लोगों की समस्याओं गंभीरता से नही लिया जा रहा है। कई बार पाणा ईराणी क्षेत्र के लोग किसी घायल और बीमार को अस्पताल पहुंचाने की पहुंचाने की कोशिश करते है लेकिन विषम भौगोलिक परिस्थितियों और बहुत अधिक पैदल होने के चलते। कई लोगों की जान कंधों पर ही चली जाती है। आलम यह है कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन निजमुला ईरानी सड़क कछुआ गति से निर्मित की जा रही है। विभाग ने कागजों में ईरानी तक सड़क बनी दिखा दी है मगर पुल का निर्माण न होने के कारण आज भी ग्रामीण परेशान हैं।