हल्द्वानी,5 मई: उत्तराखंड परिवहन निगम की माली हालत खराब होने के पीछे महकमे के अफसर ही जिम्मेदार हैं। अब रोडवेज के फायदेवाले रूटों पर ही अनुबधित बसें चलाने की तैयारी की जा रही है। इतना ही नहीं इन बसों के रूट भी मुख्यालय से ही तय किये जा रहे हैं। इधर रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद से जुड़े कर्मियों ने निगम प्रबंधन के रोडवेज विरोधी निर्णय वापस न लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
रोडवेज महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन की ओर से जारी निर्देश में अनुबंधित सीएनजी बस यूके06पीए-1696 व 1697 को दिल्ली-फरीदाबाद रूट पर संचालित करने को कहा गया है। साथ ही अनुबंधित बस प्रदाता को 12.85 रुपये प्रति किलोमीटर की दर से भुगतान किया जाएगा और सीएनजी 5.20 किमी के हिसाब से बस में भराई जाएगी। प्रत्येक बस से पांच रुपये के हिसाब से प्रशासनिक शुल्क भी रोडवेज वसूलेगा। इधर यह आदेश जारी होते ही रोडवेज कर्मचारी भडक गये। रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद के क्षेत्रीय मंत्री आन सिंह जीना ने आरोप लगाया कि निगम प्रबंधन पहले से ही फायदे में चल रहे रूटों पर अनुबंधित बसें चला रहा है। हल्द्वानी-फरीदाबाद सेवा बीते कई सालों से 100 प्रतिशत लोड फैक्टर में चल रही है। उन्होंने निगम प्रबंधन से बंद पड़े रूटों पर बसें चलाने की मांग करते हुए कहा कि प्राइवेट बस स्वामी मुख्यालय से ही रूट तय करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि परिषद इस निर्णय का पुरजोर विरोध करता है। परिषद पदाधिकारियों ने चेताया कि यदि शीघ्र रोडवेज विरोधी आदेश निरस्त न किया गया तो कर्मचारी आंदोलन को विवश होंगे।