देहरादून, राजधानी देहरादून और नैनीताल जिले के अस्पतालों में बेतहाशा कोरोना संक्रमण की वजह से एक भी आईसीयू बेड खाली नहीं है। दून में कोरोना के गंभीर मरीजों के लिए वेंटीलेटर भी उपलब्ध नहीं हैं। हरिद्वार और यूएस नगर जिले में संक्रमण बढ़ने से धीरे धीरे बेड संकट बढ़ रहा है जबकि पर्वतीय जिलों में अधिकांश आईसीयू और वेंटीलेटर खाली पड़े हुए हैं। आईसीयू और वेंटीलेटर न मिलने से मरीजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
देहरादून और हल्द्वानी में गंभीर मरीजों को आईसीयू, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन बेड के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ रहा है। राजधानी दून में 417 आईसीयू में से एक भी खाली नहीं है। 417 ही वेंटीलेटर भी हैं लेकिन वो भी खाली नहीं हैं। इधर कोरोना संक्रमण से बुरी तरह कराह रहे नैनीताल जिले का हाल भी बुरा है। नैनीताल में एक भी आईसीयू और ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड खाली नहीं हैं। हां जिले में वेंटिलेटर के मामले में कुछ राहत है। 78 वेंटीलेटर बेड में से अभी 35 खाली चल रहे हैं। हरिद्वार और यूएस नगर में संक्रमण बढ़ने के साथ ही बेड भरने की गति तेज हुई है। अभी सभी बेड भरे नहीं हैं लेकिन यदि संक्रमण की मौजूदा दर बनी रही तो कुछ दिनों में इन जिलों में भी आईसीयू और वेंटीलेटर बेड की कमी हो सकती है। हरिद्वार जिले में आईसूयी बेड कुल 198 हैं जिनमें अभी 51 खाली चल रहे हैं। 128 वेंटीलेटर में से महज 43 ही खाली रह गए हैं। इधर यूएस नगर जिले में 244 आईसीयू बेड में से अभी 119 बेड खाली चल रहे हैं। जबकि जिले के 65 वेंटीलेटर में से 46 खाली रह गए हैं। टिहरी, रुद्रप्रयाग, चंपावत, चमोली जिलों में अभी तक एक भी मरीज आईसीयू और वेंटीलेटर बेड पर नहीं है। टिहरी में 5 आसीईयू और 9 वेंटिलेटर बेड में सभी खाली हैं। रुद्रप्रयाग में 6 आईसीयू और 6 वेंटीलेटर में सभी खाली हैं। चम्पावत में 6 आसीईयू बेड और 9 वेंटीलेटर में सभी खाली हैं।

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