उत्तराखंड मेँ दो दिवसीय  प्रवास पर आए राष्ट्रीय संयोजक श्री अरुण ओझा  के नेतृत्व में स्वदेशी जागरण मंच का एक प्रतिनिधिमंडल महामहिम राज्यपाल श्रीमती बेबी रानीमोर्या से राजभवन में पहुंचकर शिष्टाचार मुलाक़ात करने पहुंचा ।  जिसमें उनके द्वारा विभिन्न मसलों पर चर्चा हुई इस अवसर पर राज्यपाल महोदया  को “रोजगार व स्वदेशी पथ”,  “हिंदू इकोनॉमिक्स” एवं   स्वदेशी जागरण मंच से संबंधित पुस्तकें भेंट की गई । स्वदेशी जागरण मंच के होने वाले “राष्ट्रीय सभा सम्मेलन”  के बारे में भी राज्यपाल को अवगत कराया ।  राज्यपाल महोदया ने  दिल्ली से आए  मंच के राष्ट्रीय संयोजक अरुण ओझा, डा0 संजीव और उत्तराखंड सुरेन्द्र , प्रांत संघर्ष  वाहिनी प्रमुख प्रवीण पुरोहित, प्रिंसी यादव को बताया कि उत्तराखंड की महिलाएं बहुत ही कर्मठ हैं और वह स्वम सेवी संस्थाओं के माध्यम से बहुत अच्छा कार्य कर रहीं हैं   अब आवश्यकता है कि उन्हें एक बड़ा प्लेटफार्म मिले इससे उनके उत्पाद को बाजार मिल सके।  स्वदेशी जागरण मंच के कार्यक्रम में इनको किसी न किसी रूप से स्थान दिया जाए ताकि इन महिलाओं को और बेहतर बाजार मिल सके।आगे  राज्यपाल ने कहा कि विशेष रुप से उत्तराखंड की महिलाओं के लिए वह बहुत चिंतित है। यहां की महिलाएं बहुत मेहनत करती है इसलिए स्वदेशी जागरण मंच को उनसे किसी भी प्रकार से कोई भी सहयोग की आवश्यकता होगी तो वह तेयार हैं। इस बैठक में प्रवीण पुरोहित ने कणव  आश्रम के विषय मे महामहिम को  वर्षों पहले मिली मूर्तियां, शिलालेख व  पत्थरों के बारे में भी बताते हुए कहा कि भारत सरकार   के पुरातात्विक उत्खनन  की अनुमति  मिली थी परंतु विभागीय तालमेल की कमी के कारण वह समय निकल गया और अब दुबारा से भारत सरकार से प्रयास कर रहे हैं कि उत्खनन की करवाही को  पूनः  शुरू किया जा  सके जिससे  कन्वश्रम के  गौरवशाली इतिहास भारत  का हिस्सा बन सके ।

इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के  राष्ट्रीय संयोजक श्री अरुण ओझा . प्रदेश संयोजक सुरेन्द्र सिंह, प्रदेश संघर्ष वाहिनी प्रमुख प्रवीण पुरोहित ,  डॉ राजीव कुमार, प्रिंस यादव, आधार वर्मा, नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे