देहरादून: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के लिए साल से भी कम का वक्त बचा है। राष्ट्रीय दलों ने जहां अपने चुनाव का शंखनाद कर दिया है वहीं उत्तराखंड क्रांति दल व आम आदमी पार्टी भी अपना कुनबा बढाने में जुट गई है। इसके साथ ही चुनाव लड़ने के इच्छुक अन्य दावेदार भी सामने आने लगे हैं।
ऐसे ही एक दावेदार मनीष गौनियाल ने आज मीडिया के सामने देहरादून की मसूरी विधानसभा से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। भाजपा में रह चुके समाजसेवी मनीष गौनियाल निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में मीडिया से बात करते हुए समाजसेवी मनीष गौनियाल ने मसूरी विधायक गणेश जोशी पर क्षेत्र की उपेक्षा के आरोप लगाते हुऐ कहा कि। विधायक ने पिछले 9 सालों से मसूरी विधानसभा को भूमाफियों की सैरगाह बना कर रखा है। जैसे-जैसे मैं क्षेत्र का भ्रमण कर जनता की समस्या सुन रहा हूं तभी विधायक को भी उस कार्य करने की याद आने लगी है। उन्होंने पिछले 9 सालों में न तो क्षेत्र का भ्रमण किया और ना ही यहाँ के लोगों की समस्याओं का समझा ।
गौनियाल ने कहा कि अब विधायक मेरे द्वारा किये गये कामों को देख कर घबरा रहें हैं । उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी हार नजर आने लगी है। कई सालों से सालावाला का पुल दुर्घटनाओं को आमंत्रण दे रहा था । वहां के लोगों ने कई बार विधायक गणेश जोशी जी को जाल लगाने को कहा पर विद्यायक ने अनदेखी कर दी । जब मैं वहां भ्रमण में गया तो क्षेत्रवासियों ने अपनी समस्या से मुझे अवगत कराया । मैंने तत्काल ही वहां जाल लगवाने का काम शुरू करवा दिया मगर विद्यायक कूटरचना कर मेरा काम रुकवा दिया और अगले दिन वहां एक और दुर्घटना हो गई तब जाकर गणेश जोशी ने जाल का काम पूरा होने दिया।
मनीष ने कहा- मैंने 8 साल से क्षतिग्रस्त कालिदास रोड का मुद्दा उठाया वहां भी सड़क इतनी खराब थी लोगों का चलना फिरना दूभर हो गया था व कई दुर्घटनाये भी हो चुकी थी। लोगों ने कई बार विधायक से रोड बनाने की मांग की मगर यहां भी अनदेखी ही हुई। उसके बाद क्षेत्रवासियों की माँग को मैंने मीडिया के माध्यम से उठाया तब जाकर रोड का काम शुरू हुआ।
उसके बाद क्यारा छरमौली गांव में लोगों ने वहाँ की सड़क, स्वास्थ्य उच्च शिक्षा के बारे में शिकायत करी औऱ बताया कि चुनाव के बाद आज तक विधायक ने यहां कोई ध्यान नहीं दिया, यहाँ एक रोड का शिलान्यास तो ज़रूर किया मगर आज तक वह रोड नही बनी। जैसे ही मैंने इस बात को मीडिया के माध्यम से उजागर किया अगले ही दिन गणेश जोशी वहां पहुंच गए।
शिफॉन कोर्ट का मुद्दे पर भी पहले तो गणेश जोशी लगातार अनदेखी करते रहे जैसे ही मैंने कहा कि नगर पालिका अध्यक्ष ने शिफॉन कोर्टवासियों को जमीन आवंटित करा दी थी। गणेश जोशी दूसरे ही दिन वहां पहुंच गए ।
मां भद्रकाली मंदिर के लोगों ने भी गणेश जोशी वहाँ शौचालय बनाने की हवाई घोषणाओं से तंग आकर मेरे से सम्पर्क किया ,जब वहां शौचालय का निर्माण करवा दिया तब गणेश जोशी वहाँ भवन बनाने का राग अलापने लगे। अनार वाला शराब का ठेका बंद करवाने के लिए वहां के क्षेत्रवासी धरने पर बैठे हुए थे तब विधायक ने वहां पर आकर जनता को आश्वासन दिया कि ठेका नहीं खुलेगा और ठेके में ताला लगवा दिया।उसके अगले ही दिन विधायक काठमांडू घूमने निकल लिए औऱ फिर दूसरे दिन ठेका भी खुल गया ।वैसे इस नेपाल भ्रमण औऱ ठेके के बीच का कनेक्शन जांच का विषय भी हो सकता है । मनीष ने कहा विधायक ने यहां की भोलीभाली जनता को हमेशा ही गुमराह किया और जनता के सामने घड़ियाली आसूं बहते कहा कि मैंने बहुत गरीबी देखी है औऱ लोगों ने उन पर दया दिखाते हुए विधायक बना दिया । अब उनके नाटक का पर्दाफाश हो चुका है जनता जवाब देने के लिए तैयार है। इसी डर से जहां जहां मैं जा रहा हूं पीछे-पीछे विधयाक भी माफ़ी माँगने पहुंच रहे हैं।
मनीष ने कहा गणेश जोशी ने मसूरी विधानसभा क्षेत्र में विकास नहीं विनाश करने का काम किया है।वह लगातार जनता को इमोशनल ब्लैकमेल कर गुमराह करने का काम करते रहे हैं मगर अब जनता जाग चुकी है और 2022 में जवाब देने के लिए तैयार है। मेरा एक ही उद्देश्य है मसूरी का विकास ,महिलाओं को सशक्त करना व युवाओं को रोजगार दिलाना और हर समस्या का समाधान करना।