प्रधान सेवक मोदी ने की उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण बनाने की घोषणा .
उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों के सपनो का राज्य बनाने का वादा किया.
मुजफ़्फ़रनगर कांड के दोषियों को तीन महीने के भीतर फांसी पर लटकाने का ऐलान किया.
देहरादून रैली में मोदी ने सिर्फ और सिर्फ उत्तराखंड के मुद्दे उठाए.
उनका भाषण खेती-बाड़ी, स्कूल, अस्पताल, 108 सेवा और बंदर-सुअर के आतंक पर केंद्रित रहा.
इलाज के अभाव में प्रदेशभर में गर्भवती महिलाओं  की लगातार हो रही मौतों पर मोदी के आंसू छलक उठे.
पहाड़ के अस्पतालों और स्कूलों को सुविधासंपन्न बनाने के लिए करोड़ों का पैकेज जारी करने की घोषणा की.
राज्यगठन से अब तक के सभी घोटालों की सीबीआई जांच कराने और दोषियों को जेल पहुंचाने का वादा किया.
उत्तराखंड को स्विट्जरलैंड बनाने का वादा करते हुए मोदी ने दो साल का लक्ष्य रखा.
पूरे भाषण में केवल और केवल पहाड़ छाया रहा.
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कश्मीर, देशद्रोह, इटली, महामिलावट, कांग्रेस घोषणापत्र जैसे फ़ालतू मुद्दों को उन्होंने छुआ तक नहीं…
जनता से ‘मैं हूं चौकीदार’ के बदले  ‘हम हैं पहाड़ी और ‘जय उत्तराखंड’ के नारे लगाए.
उत्तराखंड की जनता धन्य हुई…