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ऋषिकेश, 2 मई : उत्तराखंड प्रदेश के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की एक कार्यक्रम से लौटते वक्त रास्ते में युवक से कहासुनी हो गई। इस पर मंत्री सुरक्षा कर्मी ने युवक की पिटाई कर दी। विवाद बढ़ता देख मंत्री और उनके अन्य स्टाफ ने भी युवक को पीट डाला। बाद में युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। कैबिनेट मंत्री अग्रवाल ने आरोप लगाया कि युवक उनकी गाड़ी के समीप आकर भद्दे इशारे कर रहा था। विरोध करने पर युवक ने उन पर हमला कर दिया। युवक ने उनका कुर्ता फाड़ दिया। उन्होंने कहा कि, यह मंत्री पर नहीं बल्कि सिस्टम पर हमला है। karnatak congress
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मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर करीब 2 बजे श्री भरत मंदिर में आयोजित कार्यक्रम से लौट रहे कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का हरिद्वार रोड कोयल ग्रांट के समीप एक युवक के साथ विवाद हो गया। इस दौरान ट्रैफिक जाम होने के कारण मंत्री की गाड़ी वहीं रुक गई।
इस दौरान युवक शिवाजी नगर ऋषिकेश निवासी सुरेंद्र सिंह नेगी और उसके एक साथी से मंत्री अग्रवाल की कहासुनी हो गई। कहासुनी के बाद मंत्री के सुरक्षाकर्मी ने युवक के साथ मारपीट की। जिसके बाद मंत्री और उसके अन्य स्टाफ के लोग ने युवक की सड़क पर ही धुनाई कर दी।
बाद में युवक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कैबिनेट मंत्री इसके बाद परमार्थ निकेतन में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे। मीडिया से बातचीत में मंत्री अग्रवाल ने आरोप लगाया कि सुरेंद्र सिंह नेगी उनकी गाड़ी के समीप आकर भद्दे इशारे कर रहा था। जिसका उन्होंने प्रतिवाद किया, जिस पर युवक ने उन पर हमला कर दिया।
उनका कुर्ता फाड़ दिया, कुर्ते की जेब में जो भी सामान पैसे आदि थे वह गायब है। उन्होंने कहा कि मामले में युवक के खिलाफ जो भी कानूनी कार्रवाई होगी की जाएगी। मंत्री ने कहा कि यह एक मंत्री पर नहीं बल्कि सिस्टम पर हमला है। युवक से पुलिस कोतवाली में पूछताछ कर रही है। उधर युवक के समर्थन में उनके सहयोगी कोतवाली में जुट रहे हैं।
पीड़ित सुरेंद्र सिंह संघ का कार्यकर्ता
मंत्री से उलझने वाला 45 साल का सुरेंद्र सिंह नेगी राष्ट्रीय स्वंय संघ का कार्यकर्ता रहा है। मौजूदा समय में भाजपा कार्यकर्ता है। सुरेंद्र की एक फोटो में वह काली टोपी पहने संघ के कार्यक्रम में दिख रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कि मंत्री प्रेमचन्द अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर सुरेंद्र सिंह से नाराज़ चल रहे थे।
क्या है अंकिता भंडारी हत्याकांड
अंकिता भंडारी उत्तराखंड के पौड़ी जिले के गंगा-भोगपुर में वनंतरा रिज़ॉर्ट में एक रिसेप्शनिस्ट थीं। जिनकी 18 सितंबर को 2022 को वनंतरा रिज़ॉर्ट के मालिक भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य ने कथित तौर पर हत्या कर दी थी। पुलिस जाँच में पता चला कि रिज़ॉर्ट का मालिक अंकिता भंडारी से किसी वीआईपी गेस्ट के लिए स्पेशल सर्विस (देह शोषण ) के लिए दवाब डाल रहा था जिसके लिए वह राजी नहीं थी। जैसे ही अंकिता ने रिज़ॉर्ट छोड़ने की बात करी उसकी हत्या कर दी गई थी।
उक्त घटना के बाद पूरा ऋषिकेश गुस्से से उबल रहा था और उस वीआईपी का नाम उजागर करने की मांग कर रहा था। ऐसे में मंत्री प्रेमचंद के इस बयान पर कि वीआईपी कोई व्यक्ति नहीं बल्कि रिज़ॉर्ट का एक कमरा था ! आग में घी का काम कर गया। अब चूँकि सुरेंद्र सिंह नेगी, अंकिता भंडारी के माता पिता के साथ उनकी बेटी के हत्यारों को सजा दिलवाने की लड़ रहे थे ऐसे में वह मंत्री के आंख में लगातार चुभ रहे थे।
यहाँ यह बताना भी जरुरी है पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य भाजपा सरकार में दर्जाधारी रह चुके हैं। उसका भाई डॉ. अंकित आर्य अन्य राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के उपाध्यक्ष थे। हाल ही में दोनों को पार्टी से हटा दिया गया। विनोद आर्य की संघ में गहरी पैठ के चलते आज तक इस मामले में कोई खास कार्यवाही नहीं हो पायी।
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री और उनके स्टाफ ने बीच बाज़ार राष्ट्रीय स्वंय संघ के कार्यकर्ता को पीटा
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