देहरादून, प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश महामंत्री संगठन के मीटू प्रकरण में उच्च न्यायालय के सिटिंग जज की देख-रेख में एसआईटी गठित कर जांच कराए जाने की मांग की।
यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार एवं संगठन पर मामले को रफ-दफा करने के लिए पीड़ित महिला पर दबाव बनाने, डराने धमकाने का आरोप लगाते हुये कहा कि राज्य की पुलिस दबाव में कार्य कर रही है। भाजपा को पूरा मौका दिया जा रहा है कि वे लड़की से बात कर कोई समझौता करके दबाव बना लें। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस पूरे प्रकरण में मात्र धारा 354 का मुकदमा कायम कर इतिश्री कर ली, जबकी लड़की का आरोप है कि उसका मोबाइल जिसमें संजय कुमार की तमाम अश्लील हरकतें कैद थी पार्टी की महिला नेत्रियों द्वारा छीन लिया गया जो अपने आप में अपराध के साक्ष्य छुपाने का अपराध है। धस्माना ने कहा कि स्वभाविक रूप से देश और प्रदेश में जैसा वातावरण है उससे स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन कहीं न कहीं दबाव में काम कर रहे हैं।
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राज्य सरकार को यह जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की देख-रेख में एस आई टी गठित कर करवानी चाहिए। उन्होंने भाजपा महानगर अध्यक्ष द्वारा दलित वर्ग के बारे में की गई अभद्र टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महानगर बीजेपी अध्यक्ष की टिप्पणी भाजपा के कथित दलित प्रेम की पोल खोल रही है।