देहरादून , 19 अप्रैल : उत्तराखंड में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट मंत्री एवं सांसदों समेत 16 वरिष्ठ नेताओं की अपनी टीम के साथ कर्नाटक चुनाव अभियान के प्रथम चरण में उतरेंगे। प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने मीडिया से विभिन्न मुद्दों पर हुई बातचीत बताया कि मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को राज्य की पहचान से जुड़े शीर्ष प्रभावशाली एवं प्रबुद्धजनों के साथ व्यापक स्तर पर सुनकर ऐतिहासिक बनाया जाएगा। उन्होंने चार धाम यात्रा तैयारियों को लेकर संतोष जताते हुए राहुल गांधी को भी कपाटोद्घाटन के अवसर पर आने का न्योता दिया। ताकि उनकी और उनके नेताओं की आंखों में लगा आपदा में राजनैतिक अवसर तलाशने का चश्मा उतर सके।
पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में सवालों का जवाब देते हुए प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने बताया कि कर्नाटक चुनाव के प्रथम चरण के दृष्टिगत प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री, सांसद समेत कुल 16 वरिष्ठ पार्टी नेताओं को भेजा जा रहा है। वह स्वयं 25-26 तारीख को वहां की सतना समेत अनेक विधानसभा का दौरा करेंगे। पहले से ही मंत्री धन सिंह रावत, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार वहां सक्रिय हो गए हैं। साथ ही विधायक विनोद चमोली, राजेश शुक्ला, शिव अरोड़ा के अतिरिक्त सौरभ थपलियाल, ललित पंत, अरविंद पांडे को प्रमुख रूप से भेजा जा रहा है।
राज्य के शीर्ष प्रभावशाली लोगों के साथ मन की बात को बनाएंगे ऐतिहासिक
आगामी 30 अप्रैल को मन की बात कार्यक्रम के 100वें एपिसोड की तैयारियों को लेकर आज हुई बैठक की जानकारी देते हुए प्रदेश अध्यक्ष भट्ट ने बताया कि इस कार्यक्रम को पार्टी स्तर पर भव्य स्वरूप देने जा रही है। पार्टी की कोशिश है कि प्रत्येक बूथ पर 100 लोगों के साथ हमारे सांसद, मंत्री, विधायक, पदाधिकारियों की मौजूदगी में इस कार्यक्रम को सुना जाए।
इसमें समाज के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्य करने वाली महान विभूतियों, संत समाज, वीरांगनाओ और उनके परिजन, राज्य आंदोलनकारियों, लोक कलाकारों एवं फिल्म जगत से जुड़ी हुई उत्तराखंड की प्रभावशाली एवं चर्चित प्रबुद्ध हस्तियों जैसे स्वामी रामदेव, बछेंद्रीपाल, प्रीतम भरतवाण, नरेंद्र नेगी, हेमंत पांडे, बसंती बिष्ट, प्रसून जोशी, हिमानी शिवपुरी जैसे अनेकों महत्वपूर्ण शख्शियतों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
इस संबंध में तय कार्यक्रम रूपरेखा के अनुशार 21 अप्रैल से 23 अप्रैल तक सभी विधानसभाओं के कार्यकर्ताओं के साथ बैठके होंगी और 26 अप्रैल से 26 अप्रैल के मध्य मंडल स्तर की तैयारी होंगी ।इसके उपरांत 27 से 29 तारीख प्रवास कार्यक्रम के तहत बूथ स्तर पर कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले लोगों को आमंत्रण पत्र वितरित किये जाएंगे।
सीएम का मंत्रियों को अधिक अधिकार स्वागत योग्य
भट्ट ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा अधिकारियों की सीआर लिखने का अधिकार मंत्रियों को देने के विषय को अगली कैबिनेट में लाने के निर्देश का स्वागत किया है । उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा, इस निर्णय से मंत्रियों की कार्यक्षमता एवं अधिकारियों की जबाबदेही एवं कार्यकुशलता में बढ़ोत्तरी होगी।
जाम लगने की स्थिति में तीर्थयात्रियों के जलपान की व्यवस्था
इस दौरान चार धाम यात्रा की तैयारियों और उसको लेकर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश सरकार यात्रा की सभी तैयारियों को पूरी तरह दुरुस्त कर चुकी है। उम्मीद है इस बार पहले से अधिक रिकॉर्ड संख्या में आने वाले यात्रियों को बहुत अच्छी और व्यवहारिक व्यवस्था देखने को मिलेगी। जहां तक जोशीमठ आपका का सवाल है तो वहां पहले ही सरकार पुनर्वास और तमाम जन सुविधाओं को लेकर निर्णायक रूप में कार्य कर रही है। उन्होंने एयर एम्बुलेंस व्यवस्था सुचारु रहने का भरोसा दिलाते हुए कहा, इस बार सरकार हमारे अनुरोध पर जाम लगने की स्थिति में प्रभावित यात्रियों एवं उनके बच्चों के लिए मौके पर जलपान एवं दूध इत्यादि की व्यवस्था करने जा रही है।
राहुल यात्रा पर आकर देखें व्यवस्था
उन्होंने यात्रा तैयारियों को लेकर अफवाह फैलाने वाले कांग्रेस के तमाम नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जोशीमठ एवं पहाड़ को राजनीतिक दृष्टि से हमेशा आपदा ग्रस्त ठहराने वाले राहुल गांधी को भी इस बार बद्री विशाल के कपाट खुलने के अवसर पर पहुंचना चाहिए। ताकि वे इस दौरान भाजपा सरकार द्वारा जोशीमठ आपदा से निपटने और चार धाम यात्रा की शानदार तैयारी को महसूस कर सके।
सीएम की सुरक्षा बढ़ाना जरूरी
भट्ट ने प्रयागराज घटनाक्रम को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी की सुरक्षा बढ़ाने का स्वागत करते हुए कहा कि प्रशासन को खुफिया रिपोर्ट के आधार पर माननीय की सुरक्षा का प्रबंध करना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा सरकार को भी पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इस तरह की घटनाओं में फ्रंट पर रहने वाले पत्रकारों को भी नुकसान पहुंच सकता है।