मुंबई। अभिनेत्री कंगना रनौत और अभिनेता दिलजीत दोसांझ बुधवार को फिर से ट्विटर पर भिड़ गए, जिसमें फिल्म क्वीन की अभिनेत्री ने किसान आंदोलन का समर्थन करने वाली रिहाना के लिए गायक-अभिनेता दोसांझ द्वारा विशेष गीत समर्पित करने की आलोचना की जिसके बाद दोसांझ ने ट्वीट कर रनौत से उन्हें बोर नहीं करने के लिए कहा। दिसंबर में पंजाब की महिला किसान को गलत पहचान कर उनके बारे में गलत टिप्पणी करने वाली कंगना को दोसांझ ने ट्विटर पर आड़े हाथों लिया था और दोनों के बीच विवाद छिड़ गया था।

रिहाना ने मंगलवार को ट्विटर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर इंटरनेट बाधित करने की सीएनएन की रिपोर्ट साझा करते हुए लिखा था कि ‘‘हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं।’’ रिहाना द्वारा किसानों का समर्थन करने के बाद दिलजीत ने उनसे प्रभावित होकर उन्हें एक गीत समर्पित किया जिसका शीर्षक “रिरी(रिहाना)” है।

यह गीत 2.16 मिनट लंबा है। इसके बाद कंगना ने दिलजीत की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा,“उसे भी एक-दो रुपये कमाने होंगे। तुम इसकी कब से योजना बना रहे थे। एक गीत रिलीज करने में कम से कम एक महीने का समय लगता है, और ये लिब्रू चाहते हैं कि हम यह मान लें कि यह तुरंत बनाया गया है।”

दिलीजीत ने भी जवाब देते हुए लिखा,“तुम्हें हर जगह क्यों बोलना होता हैं, जाओं यहां से और मुझे बोर मत करो।” इस पर कंगना ने देशभक्ति ही अपना धर्म बताया और दिलजीत को ‘खालिस्तानी’ बताया। दोसांझ ने लिखा,“तुम्हारी बातों का कोई मतलब नहीं होता। तुम मुझे कुछ करने से रोकने वाली होती कौन हो। तुम्हारे बारे में कोई बात नहीं कर रहा है।

इसी गीत पर मुग्ध हो कर उत्तराखंड के डॉ0 सुनील कैंथोला ने भी दो छंद और जोड़ने का प्रयास किया है जो इस तरह से हैं ..

ओ रियाना !
जद्दों धूल होवेगी सेट
वक़्त लिखूगा फिर बैठ
जात मानस दी हुंकार
टुटदा कैदों दा संसार
ओ रियाना !
ओ रियाना !
इश्क़ दी वखरी है झंकार
किलां पै गयी यां विचकार
ओ अपने अंदर वडदे नई
इथे नानक दि अरदास
ओ रियाना !
ओ रियाना !…..

देखते हैं कि क्या दिलजीत इन छंदों को अपने गीत में स्थान देते हैं कि नहीं।