देहरादून,14 जुलाई: उत्तराखंड में बीते तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने पहाड़ का जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। प्रदेश में कई मुख्य नदियों खतरे के निशान के पास बह रही हैं। कुमाऊं की प्रमुख नदियों में से एक काली नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। काली नदी इस समय खतरे के निशाना से .30 मीटर ऊपर बह रही है। काली नदी का जलस्तर आज 14 जुलाई को खतरे के निशान 889.00 को पार कर 889.30 मीटर पर पहुंच गया है।
काली नदी का जल स्तर खतरे के निशान के पार जाने के बाद पिथौरागढ़ के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने आम जन की सुरक्षा की दृष्टि से कुछ निर्देश जारी किए हैं। आशंका जताई जा रही है कि काली की जल स्तर और अधिक बढ़ सकता है। ऐसे में नदियों के आसपास और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि दो दिन पहले ही पिथौरागढ़ जिले के सीमांत क्षेत्र धारचूला में एनएचपीस के छिरकिला बांध से पानी छोड़ा था। इसके बाद से ही काली नदी का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। तभी से जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की टीमें काली नदी के जल स्तर पर नजर बनाए हुए हैं, जो आज 14 जुलाई को खतरे के निशाना को पार कर गया है।