देहरादून, 13 जून : संयुक्त आंदोलनकारी मंच के तत्वावधान में राज्य आंदोलनकारियों के लिये राज्याधीन सेवाओं में 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली और चिन्हीकरण की प्रक्रिया दोबारा शुरू करने की माँग को लेकर शहीद स्मारक देहरादून में अनिश्चितकालीन धरना आज नौवें दिन भी जारी रहा।
धरना के समर्थन में ऋषिकेश से पहुंची रेनू नेगी ने मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी और उनके नुमाइंदों पर आरोप लगाते हुऐ कहा कि यह लोग आम जनता के बीच जाकर उन्हें गुमराह करने का कार्य कर रहें है जबकि इस मसले (10%क्षैतिज आरक्षण) आज की तारीख तक सचिवालय स्तर में कुछ भी नहीं हुआ है।
महिलाओं के चिन्हिकरण पर बोलते हुऐ उन्होंने कहा 31 दिसम्बर 2022 को देहरादून जिलाधिकारी कार्यलय में हुई चिन्हिकरण की अंतिम बैठक के बाद, नाम न आने पर कई वृद्ध महिलाओं ने कुछ तथाकथित आंदोलनकारी संगठनों द्वारा आर्थिक शोषण करने का इल्जाम भी लगाया है। उन्होंने सरकार से मांग करी कि वह इन दोनों मुद्दों पर जल्द से जल्द उचित कार्यवाही करते हुऐ अपनी मंशा स्पष्ट करे। उन्होंने धरने के स्वरुप को व्यापक करते हुऐ आंदोलन को तेज करने पर भी जोर दिया।
सयुंक्त मंच के संयोजक क्रान्ति कुकरेती ने कहा कि आगामी 18 जून 2023 (रविवार) को धरने के 15 दिन पूर्ण हो जायेंगे, आगे की रणनीति तय करने के लिये दीन दयाल पार्क में एक बड़े धरने के साथ बैठक का भी आयोजन किया जायेगा, जिसके बाद यह आंदोलन अगले चरण में प्रविष्ट होगा।
मातृ शक्ति की प्रतीक मुन्नी खंडूरी ने सभी आंदोलनकारी संगठनों व मातृशक्ति से अपील करी कि हम लोग पिछले 2 सालों से अपने सम्मान को वापस लेने की लड़ाई लड़ रहे हैं, मगर सरकार हमें लगातार गुमराह कर रही है। इस बार हम लोग एक्ट लागू हुऐ बिना नहीं उठने वाले।
आज धरने पर बैठने वालों में श्रीमती मुन्नी खण्डूरी, राम किशन, अम्बुज शर्मा, विशम्भर दत्त बौंठियाल, प्रताप सिंह रावत, मोहन सिंह रावत, सुरेंद्र रावत, बलवीर नेगी, प्रताप सिंह असवाल, शैलेंद्र राणा,विवेक बलोधी, मीरा गुसाईं, रेनु नेगी ,सुरेश कुमार, प्रभात डंडरियाल, बिल्लू बाल्मीकि, संजय बडोनी, उम्मीद चंद रमोला, राजेश पाथरी चंद्र किरण राणा, अंजी राणा, राकेश नौटियाल,बंटी थापा आदि शामिल थे।

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राज्य निर्माण सेनानियों का धरना आठवें दिन भी जारी