काष्ठ शिल्पी जीवन चंद जोशी को मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति द्वारा वर्ष 2020 के लिए ‘कला साधक सम्मान’ प्रदान करने की घोषणा की गई है।
संस्कृति कर्मी गौरीशंकर काण्डपाल ने कहा कि, जनपद नैनीताल के हल्द्वानी शहर में रहने वाले काष्ठ शिल्पी जीवन चंद्र जोशी को चीड़ के पेड़ की छाल बगेट पर उत्कृष्ट कार्य काष्ठ कलाकारी करने के लिए अल्मोड़ा स्थित संस्थान के द्वारा राज्य स्तरीय सम्मान प्रदान किया जा रहा है।
संस्थान के अध्यक्ष हेमंत जोशी एवं उनकी टीम के द्वारा विगत कई वर्षों से जीवन चंद्र जोशी के कार्यों का अवलोकन किया जा रहा है । उनके काष्ठ कला के प्रति समर्पण भाव को ध्यान में रखते हुए मोहन उप्रेती लोक संस्कृति कला एवं विज्ञान शोध समिति के द्वारा वर्ष 2020 के ‘कला साधक सम्मान’ हेतु जीवन चंद्र जोशी का चयन किया गया है ।
विगत 20 वर्षों से समर्पित कलाकार
जीवन चंद्र जोशी काष्ठ कला के क्षेत्र में विगत 20 वर्षों से भी अधिक समय से चीड़ के पेड़ की छाल बगेट पर कलाकारी कर रहे हैं। उनके द्वारा प्रतिवर्ष बाल कलाकारों, युवा कलाकारों को भी प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है जिससे वे भी काष्ठ कला के क्षेत्र में अपनी पहचान स्थापित कर सकें।
जीवन चंद्र जोशी को संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में सीसीआरटी नई दिल्ली के द्वारा2018 में सीनियर फैलोशिप प्रदान की जा चुकी है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित आर्टिजन्स एण्ड क्राफ्ट एक्सपो में वे लगातार वर्ष 2018 एवं 2019 में क्रमशः लखनऊ एवं कोलकाता में अपनी काष्ठ कला की प्रदर्शनी लगा चुके हैं ।
वर्ष 2018 में ही उन्हें जिला उद्योग केंद्र नैनीताल के द्वारा उत्कृष्ट शिल्पी का पुरस्कार भी प्रदान किया जा चुका है।
उनके कला साधक सम्मान हेतु चयनित होने पर काष्ठ शिल्पयों तथा कला साधकों के द्वारा प्रसन्नता व्यक्त की गई है।