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मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए नेगी ने हैरानी जताते हुए कहा कि इस गठजोड़ की वजह से आज आम आदमी पिसता जा रहा है तथा प्रदेश के विकास कार्य लगभग ठप्प हो गये हैं तथा इसके साथ-साथ इस कारोबार से जुड़े हजारों-लाखांे लोगों के सामने रोजगार व दो रोटी का संकट पैदा हो गया है। नेगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय जहाॅं एक ट्राॅली रेता-बजरी 1500-1800 रू0 में मिलता था आज 4500-5000 रू0 में बामुश्किल मिल रहा है तथा एक ट्रक रेत की कीमत 20 से 25 हजार हो गयी है। नेगी ने व्यंग कसते हुए कहा कि उत्तराखण्ड, हरियाणा, हिमाचल व उत्तर प्रदेश के माफियाओं ने प्रदेश के भोले-भाले ईमानदार, जीरो टॉलरेेंश के महानायक त्रिवेन्द्र को अपनी गिरफ्त में जकड़ लिया है, जिसको जनता ही छुड़ा सकती है। अन्य प्रदेशों में इस उपखनिज को कोई पूछने वाला नहीं है, यानि इसकी वहाॅं कोई कीमत नहीं है। इसी कारण उत्तराखण्ड में प्रतिदिन सैकड़ों करोड़ का काला कारोबार हो रहा है। पत्रकार वार्ता में डाॅ0 ओ0पी0 पंवार, दिलबाग सिंह, गुरविन्दर सिंह, सुशील भारद्वाज आदि शामिल रहे।
यह भी देखें https://www.uttarakhanduday.com/2019/01/10-PRATISHAT-RESRVATION-MOVMENT.html