देहरादून, उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद द्वारा गढ़वाल मण्डल विकास निगम के सहयोग से ऋषिकेश स्थित गंगा रिजार्ट में 1 से 7 माच के मध्य अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। आयोजन का मुख्य आकर्षण बालीवुड के सुप्रसिद्ध सूफी गायक कैलाश खेर की प्रस्तुति रही। उनके द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव के मंच से ‘केदार गीत (एन्थम)’ लांच किया गया। कार्यक्रम का सचांलन मशूहर उद्घोषक शम्मी नांरग द्वारा किया गया।
मुख्यमंत्री त्रिवेद्र सिंह रावत ने देश-विदेश से पधारे योगाचार्यों तथा योग साधकों का अभिनन्दन करते हुये आयोजन की सफलता का संदेश दिया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि देश-विदेश से अधिक से अधिक संख्या में इस आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज करने हेतु योग साधकांे को आमंत्रित किया गया है।उन्होंने कहा की राज्य सरकार की योजना ऋषिकेश को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर योग तथा एंडवैन्चर के केन्द्र के रूप मंे स्थापित करने की है। इसके लिये राज्य सरकार द्वारा हाल ही में अन्तराष्ट्रीय टैªवल मार्ट पाटा का आयोजन किया गया था।उन्होनें कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
उद्घाटन अवसर पर मशहूर बाॅलीवुड गायक कैलाश खेर ने सभा को सम्बोधित किया। उनके द्वारा प्रस्तुत किये गये ‘आदि कैलाशा’ गीत को सुनकर श्रोतागण रोमांचित हो उठे। सभा को विधान सभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल तथा गढ़वाल मण्डल विकास निगम के चेयरमैन महावीर सिहं रांगढ़ द्वारा भी सम्बोधित किया गया। सचिव पर्यटन जावलकर ने बताया कि ऋषिकेश योग की आध्यात्मिक राजधानी है। इस आयोजन को विश्व मानचित्र में प्रदर्शित करने हेतु इस आयोजन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। निगम की प्रबन्ध निदेशक ज्योति यादव ने बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिए आगन्तुकों की सुविधार्थ हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी व्यवस्था पूर्ण कर ली गयी है।
अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में लगभग 2500-3000 प्रतिभागियों के आने की संम्भावनायें है। जिसमें योग विश्वविद्यालयों द्वारा लगभग 700 पंजीकरण किये गये है। उन्होनें बताया कि सात दिवसीय योग महोत्सव में प्रातः 6ः30 से सांय 5ः30 बजे तक योग कक्षाओं का संचालन किया जाना है और सांय काल 6 से 7 बजे तक प्रति दिवस गंगा आरती का कार्यक्रम रखा गया है। रात्रि 8 से 10 बजे तक भक्ति संध्या आयोजित की जायेगी। 4 मार्च, 2019 को शिवरात्रि महापर्व पर रूद्राभिषेक के साथ ही दिन में 12 से 2 बजे तक पांण्डव नृत्य-चक्रव्यू रचना का कार्यक्रम रखा गया है। साथ ही 4,5,6 मार्च को योगाभ्यास की विभिन्न मुद्राओं को रिकार्ड संख्या में गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड में दर्ज कराये जाने की भी योजना है।