टिहरी, राजकीय शिक्षक संघ उत्तराखंड गढ़वाल मंडल शाखा के महामंत्री ने अपर निदेशक माध्यामिक शिक्षा गढ़वाल मंडल पौड़ी को पत्र भेजकर शिक्षकों की अनिवार्य सेवा निवृत्ति का विरोध किया है। कहा कि सरकार और शिक्षा विभाग विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती करने के बजाय अनिवार्य सेवा निवृत्ति करने का निर्णय ले रही है जो छात्र हित में उचित नहीं है। गढ़वाल मंडल शिक्षक संघ के महामंत्री डॉ. हेमंत पैन्यूली ने अपर निदेशक माध्यामिक शिक्षा गढ़वाल मंडल को भेजे पत्र में शिक्षकों की अनिवार्य सेवा निवृत्ति पर रोष जताया है।
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उन्होंने कहा अनिवार्य सेवा निवृत्ति छात्रों के हितों में उचित नहीं है। कहा सरकार और शिक्षा विभाग प्रत्येक विद्यालय में पूर्ण कालीन प्रधानाचार्यों के साथ विद्यालयों में स्वीकृत पदों के सापेक्ष विषय पर शिक्षकों की नियुक्ति करनी चाहिए। साथ ही प्रत्येक वर्ष शिक्षकों,प्रधानाचार्यों एवं प्रवक्ताओं के पदों पर शत- प्रतिशत पदोन्नति होनी चाहिए, जिससे विद्यालय में शैक्षिक माहौल बन सके। कहा वर्तमान समय में गढ़वाल मंडल में करीब नौ सौ विद्यालय प्रधानाचार्य विहीन हैं। साथ ही 19 सौ से अधिक प्रवक्ता और दो हजार से अधिक एलटी के पद खाली पड़े हैं। उन्होंने कहा अधिकांश विद्यालय तीन और चार शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं। समय-समय पर शिक्षकों से पढ़ाई के अलावा कई अन्य कार्य करवाए जाते रहते हैं जिससे छात्रों का पठन-पाठन बाधित होता है। उन्होंने कहा कि अनिवार्य सेवा निवृत्ति से समस्या का हल नहीं होने वाला है इससे विद्यालयों में समस्या और भी विकट हो जाऐगी।