समाज कल्याण सचिव ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग मे दिया गीताराम नौटियाल के पक्ष में शपथ पत्र

समाज कल्याण विभाग में छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में एसआईटी द्वारा जनपद हरिद्वार की जांच मे गीताराम नौटियाल के विरुद्ध की जा रही मनमानी और एकतरफा जांच की पोल खुलती जा रही है।

मुख्य सचिव तथा तत्कालीन अपर मुख्य सचिव डॉ रणवीर सिंह द्वारा माननीय उच्च न्यायालय में शपथ पत्र देते हुए अवगत कराया गया था कि तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी द्वारा कॉलेजों को उपलब्ध कराई गई छात्रवृत्ति विभागीय नियमों के अंतर्गत उपलब्ध कराई गई है।

गीताराम नौटियाल तत्कालीन समाज कल्याण अधिकारी द्वारा पुलिस के उच्चाधिकारियों एवं एसआईटी के अधिकारियों को कई बार प्रत्यावेदन देते हुए अनुरोध किया था कि उनके द्वारा विभागीय नियमों का पालन करते हुए छात्रवृत्ति की धनराशि वितरण हेतु शैक्षणिक संस्थानों कॉलेजों को वितरण हेतु भेजी गई है किंतु एसआईटी के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा विभागीय नियमों तथा शासनादेशों की गलत व्याख्या करते हुए श्री नौटियाल को घोटाले में आरोपित बनाया जा रहा है।

 

श्री नौटियाल ने एसआईटी के द्वारा उनके विरुद्ध जांच विवेचना के नाम पर हो रहे लगातार उत्पीड़न के कारण राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली की शरण ली थी।

माननीय राष्ट्रीय आयोग द्वारा प्रकरण को अत्यंत गंभीर मानते हुए राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, सचिव समाज कल्याण, गृह सचिव तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार को नोटिस जारी करते हुए प्रकरण की राष्ट्रीय आयोग के स्तर पर जांच विवेचना का निर्णय लिया गया।