देहरादून , उन्नाव की घटना के विरोध में देहरादून के तमाम प्रगतिशील संगठनों में कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर प्रदर्शन किया और डीएम के माध्यम से माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इस प्रदर्शन में शामिल संगठनों में उत्तराखंड पीपुल्स फोरम, जन संवाद समिति, उत्तराखंड महिला मंच, स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया, भारत ज्ञान विज्ञान समिति, जनवादी महिला समिति और स्त्री मुक्ति लीग सहित अनेक संगठन शामिल थे।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए अनेक वक्ताओं ने उन्नाव और उस जैसी लगातार हो रही घटनाओं पर नाराजगी जताई और कहा कि सरकारें कानून व्यवस्था को संभाल पाने में नाकाम हो गई हैं। डीएम के माध्यम से माध्यम से राष्ट्रपति को भेजे गए ज्ञापन में विभिन्न राज्यों में कानून व्यवस्था दुरुस्त करने, उन्नाव की रेप और हत्या की घटना के सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने और इस तरह के मामलों में शामिल राजनीतिज्ञों को उनके पदों से बर्खास्त करने की मांग की गई।
प्रदर्शनकारियों को डॉ लाल बहादुर वर्मा, डॉ एसके, कुलश्रेष्ठ, डॉ एस एन सचान सचान, गीतिका, इना, कुसुम पंत, निर्मला बिष्ट, वरिष्ट पत्रकार त्रिलोचन भट्ट, अनुराधा सिंह, दीप्ति रावत, इंदु नौडियाल और एसएफआई की राज्य कमेटी के सदस्य व डी. ए. वी महाविधालय से छात्र संघ चुनाव में प्रत्याशी सुप्रिया भंडारी सहित कई लोगों ने संबोधित किया बाद में प्रदर्शनकारी सतीश धौलाखंडी और जयदीप सकलानी के नेतृत्व में “औरतें उठी नहीं तो जुल्म बढ़ता जाएगा, जुल्म करने वाला सीनाजोर बनता जाएगा” जनगीत गाते हुए डीएम ऑफिस पहुंचे और जोरदार नारेबाजी करने के बाद डीएम को ज्ञापन दिया।