देहरादून, 10 अगस्त : 9 अगस्त को भू-कानून एवं मूल-निवास की मांग को लेकर निकाली गई रैली के पश्चात मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि अभी तो हमने केवल सरकार व शासन को जगाने का काम किया जा रहा है। अगर सरकार नहीं चेती तो आने वाले समय में पूरे प्रदेश में जन-जागरण अभियान चलाया जायेगा । वहीँ मंच क़े जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कूच क़े बाद मुख्यमंत्री क़े बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यदि सरकार सच में सवेदनशील है तो 2018 क़े आदेश को रद्द करे और कमेटी की सिफारिशों को सार्वजनिक करे। उन्हें लागू करने में देरी क्यों की जा रहीं है ? साथ ही मूल निवास पर मुख्यमंत्री द्वारा कोई प्रतिक्रियां नहीं दी, इससे जनता में जो संशय पैदा हो रहा उसे खत्म करना चाहियॆ।
सीएम आवास कूच पर भाजपा अध्यक्ष के बिगड़े बोल पर, बिफरे कांग्रेसी, मांगा इस्तीफा
सीएम आवास कूच पर भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के बिगड़े बोल पर कांग्रेसी बिफर पड़े। पार्टी ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने भू-कानून और मूल-निवास की मांग को लेकर किए गए प्रदर्शन को राजनीतिक कुचेष्ठा कहकर ये संकेत दे दिया है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। भाजपा को भट्ट से इस्तीफा ले लेना चाहिए। कांग्रेस मुख्यालय देहरादून में आज वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारियों की एक बैठक हुयी। बैठक में वक्ताओं ने 9 अगस्त को राज्य आंदोलनकारी संगठनों द्वारा भू कानून एवं मूल निवास की मांग को लेकर निकाली गई रैली पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भटट की अनावश्यक व अमर्यादित टिप्पणी पर अपना आक्रोश व्यक्त किया।
बैठक में बोलते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन/प्रशासन मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन के गर्भ से जन्मा है। आन्दोलनकारियों ने राज्य के लिये अपनी शहादतें दी हैं। भाजपा अध्यक्ष आन्दोलनकारियों की भावना व राज्य हित की मांग को राजनीति से प्रेरित एक कुचेष्टा बता रहे हैं, जो भाजपा अध्यक्ष के मानसिक दिवालियेपन को दर्शाता है।
मीडिया प्रभारी पी के अग्रवाल,राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर सोशल मीडिया विभाग अमरजीत सिंह ने कहा कि भू-कानून व मूल निवास कि मांग जनभावना के अनुरूप है। आंदोलनकारी संगठन, विभिन्न सामाजिक संगठन व समाज की जागरूक जनता के मुख्यमंत्री आवास कूच को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने राजनैतिक कुचेष्ठा बता कर आंदोलनकारी व सामाजिक संगठनों को अपमानित करने का काम किया है। जिसके लिए भाजपा को उनके खिलाफ कडी़ कार्यवाही करनी चाहिए।
मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी ने कहा कि चुनाव पूर्व भाजपा ने सख्त भू कानून व लोकायुक्त का वादा जनता से किया था मगर जनता से किये वादे पर भाजपा ने कुछ नही किया। न लोकायुक्त जनता को मिला न भूकानून, भाजपा यूसीसी लाने की बात कर जनता का ध्यान मुददों से भटकाना चाहती है, क्योंकि उत्तराखण्ड को सख्त भू-कानून व लोकायुक्त की ज्यादा जरूरत है। .उन्होंने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने अर्नगल बयान देकर आन्दोलनकारियों की मंशा पर ही सवाल खडें कर दिये हैं जिसके लिए उन्हें अपने पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए।
प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने कहा कांग्रेस सरकार ने सर्वप्रथम बाहरी प्रदेश के व्यक्ति के लिए राज्य में भूमि खरीद को 500 वर्ग गज तक सीमित किया। खण्डूरी सरकार ने संशोधन कर 250 वर्ग गज तक भूमि खरीद को सीमित किया। त्रिवेन्द्र सरकार ने भूमि खरीद में अध्यादेश के माध्यम से संशोधन कर उद्योग के नाम पर राज्य में भूमि खरीद की लूट की खुली छूट दी । उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष आन्दोलनकारियों के कूच को राजनीति से प्रेरित कुचेष्टा बता रहे हैं जो निंदनीय व शर्मनाक बयान है। भाजपा अध्यक्ष को राज्य कि आंदोलनकारी जनता व आन्दोलनकारियों से माफी मांगनी चाहिए व भाजपा को अपने अध्यक्ष के खिलाफ कडी कार्यवाही करनी चाहिए।
क्या थी सरकार की साजिश जानने के लिए नीचे दिये
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