महाकुंभ मेले में गंगा पार शिविर नहीं लगाएंगे बैरागी संत
      हरिद्वार, श्री पंच निर्मोही अणि अखाड़े के परमाध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि महाकुंभ मेला 2021 में मां गंगा के आशीर्वाद से सकुशल संपन्न कराया जाएगा। जिसमें देश के सभी संत महापुरूषों के सानिध्य में और उत्तराखण्ड के यशस्वी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सहयोग से महाकुंभ को पूरी दिव्यता से आयोजित कर देश दुनिया में मिसालकायम की जाएगी।
 बैरागी कैंप स्थित सिद्धबली हनुमान मंदिर में बैरागी संतों की बैठक को संबोधित करते हुए श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि बैरागी कैंप में जिन लोगों ने बैरागी अखाड़ों के लिए आरक्षित मेला भूमि पर अवैध रूप से कब्जे कर रखे हैं। उन सभी कब्जों को तत्काल हटाया जाए। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री और शासन प्रशासन से मांग की है कि तीनों बैरागी अखाड़ों के लाखों संत महंत और खालसा महाकुंभ मेले में अपनी तप और तपस्या में लीन रहते हैं। और इस बार कोई भी बैरागी संत महंत गंगा के पार अपना शिविर नहीं लगाएगा। क्योंकि चण्डीघाट और गंगा पार में समस्त संयासियों का वास होता है। इसलिए हम कतई नहीं चाहते कि बैरागी संत और खालसा गंगा के पार जाएं।  निर्मोही अणि अखाड़े के राष्ट्रीय सचिव महंत रामशरण दास महाराज ने कहा कि मां गंगा हमारी मोक्षदायिनी है। और इसमें स्नान करने मात्र से व्यक्ति का जीवन बदल जाता है। और महाकुंभ मेले के पर्व पर हमारे लाखों बैरागी संत अपने जप तप और तपस्या के कारण पूरे देश में जाने पहचाने जाते हैं। इसीलिए प्रशासन और सरकार को चाहिए कि बैरागी अखाड़ों को मिलने वाली बैरागी कैंप की भूमि को तत्काल कब्जा मुक्त कराया जाए। ताकि कुंभ मेले में आने वाले संत महापुरूषों को कोई परेशानी ना हो। श्रीमहंत विष्णुदास, महंत अवधबिहारी दास ने कहा कि तीनों बैरागी निर्वाणी अखाड़ों का महाकुंभ मेले पर अपना अलग ही स्थान होता है।और चैबीस घंटे जय श्रीराम के उदघोष से बैरागी छावनियां गूंजती रहती हैं। बैरागी कैंप में सभी बैरागी संत महात्माओं को उचित से उचित भूमि सरकार समय से पूर्व आवंटित करे। ताकि 2021 के महाकुंभ मेले में किसी भी संत महात्मा को किसी भी दिक्कत का सामना ना करना पड़े। बैठक में महंत दुर्गादास, महंत रामदास, महंत सिंटू महाराज, महंत लंकेश दास, स्वामी अमित पुरी, स्वामी अरूणदास आदि सहित कई बैरागी संत मौजूद रहे।