रामनगर, 28 मार्च : रामनगर में 28 से 30 मार्च तक तीन दिन के लिए आयोजित जी-20 समिट कार्यक्रम के लिए 17 देशों से 38 मेहमान मंगलवार को पंतनगर पहुंचे। प्रतिनिधियों के पहुंचने पर उन्हें टीका लगाया गया। छोलिया नृत्य से उनका स्वागत किया गया।
पंतनगर एयरपोर्ट से बाहर आने पर मेहमानों को तिलक लगाकर उत्तराखंड की टोपी पहनाई गई। इसके बाद छोलिया नृत्य से उनका स्वागत किया गया। यहां से मेहमान जर्मन हेंगर टेंट में गए। अतिथि पंतनगर एयरपोर्ट से सीधे रुद्रपुर के रेडिसन ब्लू होटल पहुंचे। यहां से कुमाऊंनी के साथ अन्य व्यंजनों का लुत्फ लेने के बाद रामनगर के लिए रवाना हुए।
रूस से चार, नाइजीरिया से दो, रिपब्लिक आफ कोरिया से एक, यूनाइटेड स्टेट आफ अमेरिका से दो, ब्राजिल से एक, पीपुल रिपब्लिक आफ चाइना से दो, यूनाइटेड किंगडम से पांच, जापान से एक, फ्रांस से तीन, इटली से दो, साऊथ अफ्रीका से तीन, स्पेन से एक, आस्ट्रेलिया से एक, नीदरलैंड से दो, यूरोपियन संघ से दो, सऊदी अरब से चार और कनाडा से दो सहित कुल 38 प्रतिनिधि शामिल हैं।
सम्मेलन में आने वाले विदेशी व भारतीय अतिथियों के स्वागत के लिए रामनगर के लोग उत्साहित दिखे। मानव श्रंखला बनाकर रामनगर वासियों ने विदेशी अतिथियों का फूलों से स्वागत किया। इस दौरान यह मेहमान पहाड़ी गीतों से इतने मंत्रमुग्ध हुए कि झूमने लगे।
स्वागत करने वाले तीन सौ लोगों की सूची आधार कार्ड सहित पुलिस प्रशासन को उपलब्ध कराई गई है। स्वागत समिति के नगर संयोजक मदन जोशी ने बताया कि महिलाएं कुमाऊंनी परिधान में सजी नजर जायेंगी। मानव श्रंखला बनाकर महाविद्यालय से लखनपुर तक रहेंगे।
जी-20 सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के स्वागत के लिए रामनगर तैयार है। ढिकुली में जी-20 सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के रूट में पड़ने वाले भवनों को रंगरोगन कर एकरूपता दी गई है। कोसी बैराज को भी नये सिरे से रंगा गया है।
बाईपास पुल से कोसी बैराज, डिग्री कालेज होते हुए ढिकुली तक व्यवस्थित कर सड़क को आकर्षक बनाया गया है। अतिथियों को सबसे ज्यादा महाविद्यालय के बाहर की लोकेशन लुभाएगी।
इसके अलावा ढिकुली नम रिसार्ट में अतिथियों को गाला डीनर से पूर्व कलाकारों द्वारा उत्तराखंड की विभिन्न संस्कृति की झलक भी प्रस्तुत की जाएगी। उत्तराखंड से दो सौ से अधिक कलाकार रामनगर पहुंच चुके हैं।