22 अक्टूबर 2019, देहरादून,
प्रमुख वन संरक्षक उत्तराखंड श्री जयराज के कार्यालय में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अखिल भारतीय किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सजवाण उत्तराखंड वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के संयोजक तरुण जोशी उत्तराखण्ड प्रजा हितकरनि समिति के सदस्य गोपाल लोधिया के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने भेट की भेट वार्ता में बताया गया कि सुरक्षित जंगलो के भीतर गेट लगाकर लोगो के परम्परागत रास्तो को बंद किया ज रहा है एवम् गर्जर बस्तियों में रेंजरों द्वारा घास पुराली आदि को जंगल मे लेजाने से रोका जा रहा है प्रधानमन्त्री बिजली योजना के अंतर्गत प्रत्येक गुजर बस्तियों में सौर ऊर्जा संयत्र लगाने पर भी रोक लगाई ज रही है । जंगली जानवरों द्वारा जन धन का नुकसान होने पर मुआवजा नही दिया ज रहा है । ज्ञापन में कहा गया कि प्रदेश में वनभूमि मे रह रहे तोंगीय किसानो के गांवो को राजस्व ग्राम घोषित किये जाये तथा वनाधिकार कानून 2006 को प्रभावी तरीके से लागू किया जाये ।
अपनी जायज मांगो को लेकर सड़क पर उतरे आयुष के छात्रो पर हुए लाठी चार्ज पर कामरेड इंद्रेश का लेख पड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें ।
प्रतिनिधि मण्डल को प्रमुख वन संरक्षक जयराम ने आश्वासन देते हुए गढ़वाल व कुमाऊ के मुख्य वन सनरक्षको को कार्य वही करने हेतु निर्देशित किया । प्रतिनिधिमण्डल में विपिन गैरोला ,अब्दुल रहमान , बसीर अहमद आदि भी उपस्थित थे ।