उधमसिंहनगर, 22 अप्रैल: अग्निवीर भर्ती के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले फर्जी आर्मी सूबेदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने ठगी में प्रयुक्त डिफेंस लिखी ऑल्टो कार, आर्मी का फर्जी आईकार्ड, फर्जी लिकर कार्ड सहित कई अन्य सामान बरामद किये गये है। आरोपी के दो साथियों को पुलिस पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
जानकारी के अनुसार बीती 3 नवम्बर को तपस मण्डल पुत्र गोबिन्द मण्डल निवासी प्रतापपुर थाना नानकमत्ता जनपद उधम सिंह नगर द्वारा पुलिस को तहरीर देकर बताया गया था कि विक्की मण्डल पुत्र प्यारे लाल मण्डल निवासी देवनगर, शक्तिफार्म थाना सितारगंज तथा पंकज सिंह बडेला पुत्र उत्तम सिंह निवासी मछियाड थाना रीठा साहिब जनपद चम्पावत द्वारा आर्मी में भर्ती कराने के नाम पर खुद के व अन्य लोगों के ऑरिजनल प्रमाण पत्र व 50 50 हजार रुपये नकद लेने तथा भर्ती न होने पर अपने रुपये व प्रमाण पत्र वापस मांगने पर जयनगर दिनेशपुर बुलाकर गाली गलौच, मारपीट व तमंचा दिखाकर रुपये व प्रमाण पत्र वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया गया था। जिस पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने 4 नवम्बर को जगदीशपुर मोड दिनेशपुर से आरोपी विक्की मण्डल पुत्र प्यारे लाल मण्डल तथा पंकज सिंह पुत्र उत्तम सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। प्रकरण में सरगना सूबेदार गोविंद सिंह नवाल फरार चल रहा था जिसकी तलाश हेतु पुलिस टीमें लगातार प्रयासरत थी। बीते रोज पुलिस को सूचना मिली कि फर्जी सूबेदार गोबिन्द सिंह नयाल अभी काठगोदाम क्षेत्र रुका है। जिस पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने बताये गये स्थान पर दबिश देकर फर्जी सूबेदार गोबिन्द सिंह नयाल पुत्र पान सिंह नयाल निवासी ग्राम नाई गाव वाया शहरफाटक थाना मुक्तेश्वर जिला नैनीताल गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह आर्मी में नही है परन्तु अपने आप को आर्मी में सूबेदार बताकर अपने साथी विक्की मण्डल तथा पंकज सिंह जो पूर्व में गिरफ्तार किये जा चुके है के साथ मिलकर नवयुवको को सेना में भर्ती कराने के नाम पर उनके शैक्षिक दस्तावेज तथा चैक प्राप्त कर अपने पास रख लेता था जो युवक अपनी मेहनत से आर्मी में भर्ती हो जाते थे उनसे और अधिक रुपये प्राप्त कर लेता था तथा जो युवक भर्ती होने से रह जाते थे उनको अगली भर्ती मे भर्ती कराने का आश्वासन दे देता था। बहरहाल पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।