देहरादून, 12 अगस्त : पिछले दो वर्षों में, उत्तराखण्ड राज्य को सिनेमा के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त हुई जब ‘सुनपट’ और ‘पाताल-ती’ नामक दो फिल्मों ने इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ इंडिया (IFFI,Goa) में देश का बेहद प्रतिष्ठित ‘इंडियन पैनोरमा’ में अपनी जगह बनाई। इस उपलब्धि ने उत्तराखण्ड को विश्व पटल पर प्रस्तुत कर राज्य के फिल्म जगत को नयी संभावनायें तराशने की दिशा दी है। दोनों फिल्में उत्तराखण्ड के दूरस्थ गावों में शूट की गयी हैं और फिल्मों में अभिनय करने वाले गाँव के स्थानीय लोग हैं, जिनके प्रदर्शन ने विभिन्न फिल्म महोत्सव में फिल्म आलोचकों को चकित कर दिया। पिछले साल दिल्ली में हुई ‘सुनपट’ की अनुभूति उत्तराखण्ड इवेंट में पहली सार्वजनिक स्क्रीनिंग के दौरान लोगों ने स्टैंडिंग ओवेशन से फिल्म को सम्मानित किया था। ये फिल्में उन लोगों के लिए एक विशेष महत्व रखती हैं जो अपने पैतृक गांवों से दूर चले गए है, जिनके माध्यम से वे अपनी जड़ों से फिर से जुड़ पाएं और उस समाज की गहराई को समझ पाएं, जिसे उन्होंने कई साल पहले पीछे छोड़ दिया है। ये फिल्में भौगोलिक और भावनात्मक अंतराल को पाटती हैं, और प्रवासी उत्तराखण्डियों के बीच अपनेपन की भावना को फिर से जगाती हैं। ये फिल्में लोगों में गर्व, सांस्कृतिक संरक्षण और सामाजिक संवाद की भावना को भी बढ़ावा देती हैं।
‘सुनपट’ फिल्म के डायरेक्टर व् अनुभूति उत्तराखंड कार्यक्रम के संस्थापक राहुल रावत कहते हैं, “हमारा लक्ष्य दुनिया का ध्यान उत्तराखण्ड की ओर आकर्षित करना है। उत्तराखण्ड, एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने के नाते अक्सर केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन आकर्षणों से जुड़ा है। हालांकि, वास्तविक उत्तराखण्ड दर्शकों की नजरों से ओझल ही रहता है। इन फिल्मों के माध्यम से, हम अपनी संस्कृति और समाज के वास्तविक सार को प्रदर्शित करने का प्रयास करते हैं, जिससे लोग उत्तराखण्ड के समृद्ध चित्रपट को सही रूप में जान सकें।” ‘पताल ती’ ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में, हिमालयी क्षेत्र के प्रामाणिक प्रतिनिधित्व ने विदेशी दर्शकों को भी आश्चर्य में डाल दिया कर ।
इस फ़िल्म ने ऑस्कर विजेता साउंड डिज़ाइनर रेसुल पुकुट्टी सहित प्रसिद्ध फिल्म हस्तियों का सहयोग आकर्षित किया, जिन्होंने पाताल-ती की साउंड डिज़ाइन और एडिटिंग का काम किया है। फिल्मों की गुणवत्ता और विजन ने इन सिनेमा के दिग्गजों को फिल्म में अपना योगदान देने के लिए आश्वस्त किया है, जो फिल्म के कलात्मक और तकनीकी पहलुओं को नई ऊंचाइयों तक ले जाते हैं। रचनात्मक जुनून की भावना के साथ, ये फिल्म निर्माता पहली बार देहरादून में इन फिल्मों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं, जिससे लोगों को बड़े पर्दे पर सामुदायिक तौर पर उत्तराखण्ड के सिनेमा का अनुभव मिले।
राहुल रावत कहते हैं “हमारा महत्वपूर्ण लक्ष्य उत्तराखण्ड समुदाय के लोगों को और सिनेमा प्रेमियों को इन फिल्मों के माध्यम से उत्तराखण्ड सिनेमा की ओर आकर्षित करना है, खासकर नयी पीढ़ी को, जो एक जीवंत फिल्म इंडस्ट्री के निर्माण में योगदान दे सकती है। यह पहल आने वाले समय में अधिक फिल्म निर्माताओं को आकर्षित करेगी, स्थानीय प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करेगी, और उत्तराखण्ड में फिल्म उद्योग के विकास को बढ़ावा देगी। इससे राज्य में एक समृद्ध सिनेमा संस्कृति का विकास होगा, और अंततः सांस्कृतिक संरक्षण, पर्यटन प्रचार, सामाजिक जागरूकता, सामुदायिक जुड़ाव होने के साथ साथ राज्य के आर्थिक और समग्र विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। हम उत्तराखण्ड के समुदाय और सिनेमा प्रेमियों का आह्वान करते हैं कि वे बड़ी संख्या में आगे आएं और उत्तराखण्ड की रचनात्मक प्रतिभाओं का समर्थन और सहयोग करें।”
आज इन फ़िल्मों की स्कीनिंग के पश्चात पूर्व विधायक केदारनाथ मनोज रावत ने कहा कि विश्वस्तरीय ये फिल्में यह दर्शाती हैं कि हमारे यहाँ के युवाओं में अच्छा सिनेमा बनाने की भरपूर क्षमताएं हैं आवश्यकत सिर्फ इस बात की है कि उन्हें सुविधाएं और अवसर उपलब्ध करवाए जाएं।भारत ज्ञान विज्ञान समिति से जुड़ी डॉ0 उमा भट्ट ने फिल्मों के कलात्मक और तकनीकी पक्ष के बारे में कहा कि फिल्मी पृष्ठभूमि के नहीं होने के बावजूद भी इन युवाओं ने जिस लगन और मेहनत से फ़िल्म बनाई है वह अद्वितीय है। दर्शक विनय के0 डी0 ने कहा कि ‘पताल ती’ में जहाँ एक ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिनेमा की झलक साफ दिखती है तो वहीं ‘सुनपट’ मनोरंजन के साथ एक अच्छा संदेश भी देती है। ऐसी ही प्रतिक्रिया ‘मचा दो बवंडर मचा दो’ फिल्म से जुड़े प्रोड्यूसर डॉ0 नवीन आनन्द की भी रही कि हमारे युवाओं में बहुत संभावनाएं हैं कि वो अपने लोकसाहित्य और मिट्टी से जुड़ी कहानियों को सिनेमा के माध्यम से उत्तराखण्ड का नाम कर सकें जिसके लिए उचित संसाधन मुहैया कराए जाने चाहिए। आज इस अवसर पर लगभग सत्तर दर्शकों के साथ आयोजनकर्ताओं में रंगकर्मी श्रीश डोभाल ,राहुल रावत,संतोष रावत,जया शर्मा,आशु रावत ,दिव्यांशु रौतेला आदि सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
आगामी स्क्रीनिंग विवरण
इवेंट-अनुभूति उत्तराखण्ड सिनेमास्कूप
दिखाई जाने वाली फिल्में
सुनपट और पताल-ती
‘स्थान-हिमालयन कल्चरल सेंटर
निम्बुवाला,गढ़ी कैंट, देहरादून
तिथि-19 व 20 अगस्त, 2023
शो टाइमिंग्स-12pm, 02 pm, 04 pm,06 pm और 08 pm