उत्तराखंड के कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत के यहां ईडी की छापेमारी।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में अवैध निर्माण मामले में छापेमारी चल रही है।
2022 विधानसभा चुनाव से पहले रावत को बीजेपी ने निकाल दिया था।
देहरादून, 7 फ़रवरी : उत्तराखंड कांग्रेस के नेता हरक सिंह रावत (#Harak_Singh_Rawat) के देहरादून से लेकर दिल्ली-एनसीआर तक एक दर्जन ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा है। बताया जा रहा है कि ईडी ने ये कार्रवाई कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में बड़ी संख्या में हुए पेड़ों के अवैध कटान और अवैध निर्माण मामले को लेकर की। उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत और अन्य लोगों के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की है. जानकारी के मुताबिक मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ी ये रेड उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर में एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर हो रही है. बताया जा रहा है कि दिल्ली में उनके दो ठिकानों पर ईडी सुबह से जमी है। पिछले साल अगस्त में विजिलेंस विभाग ने भी रावत के खिलाफ कार्रवाई की थी।
लोकसभा चुनाव से पहले बुधवार को ईडी की छापेमारी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत की मुश्किलें बढ़ा दी है। इस प्रकरण में पिछले साल विजिलेंस ने इस मामले में एक डीएफओ को जेल भी भेजा गया था। तत्कालीन वन मंत्री हरक सिंह रावत और इस प्रकरण में संलिप्त कुछ फॉरेस्ट अधिकारियों के आवासों पर भी ईडी सर्च ऑपरेशन चला रही है। पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत के दिल्ली में डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास, कॉलेज और अन्य संस्थाओं पर ईडी ने सुबह से ही डेरा जमाया हुआ है।
2022 चुनाव से बीजेपी ने निष्कासित किया था
आपको बता दें कि हरक सिंह रावत कांग्रेस से पहले बीजेपी में थे। 2022 में पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से उनको बीजेपी से निकाल दिया गया था। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। इससे पहले उन्होंने 2016 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत के खिलाफ बगावत करते हुए बीजेपी का दामन थाम लिया था।