विकासनगर, जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अनुभवहीनता, ब्यूरोक्रेसी पर ढीली पकड़ एवं घोर लापरवाही के कारण प्रदेश में अब तक इनके लगभग 3 साल के कार्यकाल में मात्र दो-तीन हजार लोगों को ही रोजगार मिल पाया, जबकि प्रदेश में भिन्न-भिन्न विभागों में क, ख, ग श्रेणी के हजारों पद रिक्त चले आ रहे हैं।
मोर्चा कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए नेगी ने कहा कि अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शिक्षा विभाग में 6397, चिकित्सा महकमे में 4803, वन महकमे में 3079, गृह विभाग में 2074, सिंचाई विभाग में 1365, सहकारिता 214, सचिवालय प्रशासन 416, पशुपालन 947, समाज कल्याण 264, शहरी विकास विभाग में 157, औद्योगिक विकास 92 तथा अन्य राजस्व, ऊर्जा, ग्रामीण विकास, लोनिवि, कृषि, खाद्य आपूर्ति आदि दर्जनों विभागों में हजारों पद रिक्त चले आ रहे हैं। लेकिन सीएम त्रिवेंद्र को युवाओं के दर्द का एहसास नहीं है। नेगी ने कहा कि जिस अवधारणा एवं आशा को लेकर युवाओं ने राज्य का निर्माण कराया था, वह अवधारणाएं चूर-चूर हो गई है तथा बेरोजगार, परिवार के ताने सुन-सुन कर तिल-तिल मरने को मजबूर हैं। मोर्चा युवाओं से भी आह्वान करता है कि अपने रोजगार व हक-हकूक के लिए सड़कों पर उतर कर सरकार को जगाने का काम करें। पत्रकार वार्ता में डॉ. ओ.पी. पंवार, राजेंद्र सिंह पंवार, भीम सिंह बिष्ट, सुशील भारद्वाज आदि उपस्थित रहे।