देहरादून, आज उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारीयों द्बारा आन्दोलनकारी मंच के प्रदेश महासचिव रामलाल खंडूड़ी के पिता श्री सीoएलoखंडूड़ी (79) के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया ।

कोरोना काल में सभी क़ी बढ़-चढ़ कर मदद करने वाले रामलाल को जब खुद अपने पिता के लिए एक आईसीयू बैड की जरूरत पड़ी तो उन्हें भी सिस्टम की दुश्वारियों से दो-चार होना पड़ा औऱ तमाम कोशिशों के बावजूद वह अपने पिता को न बचा पाए।अंततः कैलाश हस्पताल में हार्ट फेलियर होने के कारण देहान्त हो गया।

इस कोरोना काल के दौर में अस्पतालों में मची आपाधापी के बीच वह अपने पिता को लेकर मैक्स अस्पताल (जहाँ उनका नियमित इलाज चल रहा था) पहुचने पर उन्होंने जगह नहीं होने की बात करी जिसके बाद वह उन्हें लेकर कैलाश अस्पताल पहुचें जहाँ बड़ी मुश्किल से देर रात बेड तो मिल गया मगर उनके पिता को जिस ICU की जरूरत थी वह उपलब्ध नही हो पाया। आज सुबह पौने दस बजे डाक्टरों द्वार निरीक्षण के बाद हार्टफेल हो जाने के कारण उन्हें मृत घोषित कर दिया।

वह लंबे समय से दिल व किडनी क़ी बीमारी से समस्याग्रस्त थे, परसों रात से वह कुछ बेचैनी सी महसूस कर रहे थे जिस कारण पहले उनका बकायदा कोरोना टेस्ट करवाया गया ,जिसके नेगेटिव आने के बाद ही मैक्स के डाक्टर ने स्वयं उन्हें रूटीन चेकअप के लिए बुलाया था। परन्तु उनके वहाँ पहुँचने के बाद उनकी नेगेटीव रिपोर्ट को ख़ारिज करते हुऐ मौजूद डा0 द्वारा उचित व्यवहार नहीं किया गया जिस कारण उन्हें थक हार कर कैलाश की इमरजंसी में लाना पड़ा।

इसके साथ ही राज्य आंदोलनकारी व समाज सेवक सतेन्द्र भण्डारी क़ी माता व प्रमोद पंत क़ी माताजी के साथ ही कौलागढ़ के अनुज नॉटियाल के बड़े भाई सुनील व सूर्यकांत बमराड़ा के पिता जी के निधन पर सभी को भी सयुंक्त रूप से श्रद्धांजली अर्पित क़ी गई। राज्य आंदोलनकारीयों द्वारा ईश्वर से सभी दिवंगत मृत आत्माओ क़ी शन्ति हेतु प्रार्थना क़ी गई।
जिसमे मुख्यतः सुशीला बलूनी,वीरेन्द्र पोखरियाल,ओमी उनियाल,जगमोहन सिंह नेगी,मोहन खत्री,प्रदीप कुकरेती,महिपाल शाह,पत्रकार साथी अजय राणा,आशीष उनियाल,अम्बुज शर्मा, जयदीप सकलानी,,विजय प्रताप मल्ल,विक्की गुसाईं,आनंद बहुगुणा,प्रदीप जोशी,विजयेश नवानी,हरदीप सिंह लक्की,संजय थापा,चन्द्र किरण राणा,वीरेन्द्र गुंसाई,केशव उनियाल,भानु रावत,सुमन भण्डारी , यशवंत रावत,वीरेन्द्र सकलानी,रवीन्द्र जुगरान,अशोक वर्मा,गौरव, खंडूड़ी,सुरेश कुमार,पृथ्वी सिंह नेगी,वेदानन्द कोठारी,शिवानंद चमोली,प्रभात डन्ड्रियाल,शकुन्तला नेगी ,अरुणा थपलियाल,राकेश नौटियाल,राधा तिवारी,राजेश चमोली,महेन्द्र रावत (बब्बी) आदि साथी रहे।