हल्द्वानी, 23 जनवरी : गवर्नमेंट पेंशनर्स वेलफेयर आर्गनाइजेशन की रविवार को अरुणोदय धर्मशाला में देर शाम तक चली बैठक में पेंशनर्स की समस्याओं के समाधान हेेतु विस्तृत चर्चा के बाद कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुए ।
बैठक के मुख्य अतिथि उत्तराखण्ड कार्मिक एकता मंच के संस्थापक अध्यक्ष रमेश चंद्र पाण्डे ने अपने सम्बोधन में कहा कि जन संंघर्ष और शहादतों से जन्में उत्तराखण्ड में शुरु से ही संंवैधानिक व्यवस्था को दरकिनार करते हुए अपनाई जाती रही पीक एण्ड चूज की नीति से हर कोई हैरान व परेशान है । उन्होंने कहा कि राज्य को इन हालातो से उबारने के लिए व्यवस्था के प्रति जवाबदेेही का तय होना बेहद जरुरी है । जवाबदेही के लिए एकता मंच द्वारा छेड़ी गई एकता की मुहिम को मुकाम तक पहुंचाने में पेंशनर्स/वरिष्ठ जनों के अनुभव व मार्गदर्शन की प्रबल आवश्यकता है ।
पेंशनर्स की समस्याओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि 4 साल पूर्व जारी आदेश के बाद भी अभी तक 1जनवरी 2016 से पूर्व के समस्त पेंशनर्स एंव पारिवारिक पेंशनर्स को पेंशन संशोधन का लाभ नहीं मिल पाया है । कहा कि इस लाभ से वंचित पेंशनर्स को चिन्हित करने के लिए जनजागरण अभियान चलाने की जरुरत है।
वरिष्ठ पेंशनर आर एस कैड़ा की अध्यक्षता में संपन्न बैठक में गत बैठक की कार्यवाही की पुष्टि की गई । बैठक का संचालन करते हुए पेंशनर्स आर्गनाइजेशन के महासचिव विजय तिवारी ने कहा कि सिस्टम के अनुरूप काम होगा तो कहीं भी किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी । श्री तिवारी ने सिस्टम के प्रति जवाबदेही को लेकर एकता मंच के संस्थापक अध्यक्ष रमेश चंद्र पाण्डे द्वारा कोरोना के चरमकाल में चितई स्थित गोलज्यू के मन्दिर से रामपुर तिराहा स्थित शहीद स्थल तक निकाली गई एकता यात्रा के बारे में बताते हुए उनके इस प्रयास की खुली प्रशंसा की ।
इस अवसर पर एकता मंच के संस्थापक अध्यक्ष एवं रिटायर्ड असिस्टेंट आडिट आफिसर रमेश चंद्र पाण्डे द्वारा पेंशनर्स आर्गनाइजेशन की सदस्यता लिये जाने पर फूलमाला पहनाकर करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया गया ।
अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में राम सिंह कैडा ने कहा कि वरिष्ठ नागरिक होने के नाते पेंशनर्स को व्यवस्था और सामाजिक सरोकार से जुड़े विषयों के समाधान में योगदान देने के लिए भी तत्परता से आगे आना होगा ।
बैठक में संरक्षक गंगा सिंह चम्याल , मदनलाल साह, ललित मोहन जोशी , कृपाल उपरेती,योगेंद्र पांडे, रमेश चंद्र पांडे, राजेंद्र सिंह बोरा, खोलिया, डीके मिश्रा, नवीन चंद्र कांडपाल, लक्ष्मण सिंह गोनिया, राजेंद्र महारा, नवीन जोशी, मोहन रावत, गणेश पंत, पूरन जोशी, रमेश जोशी के एस बंगारी, जोगा सिंह खोलिया, आदि कई सदस्यों ने प्रतिभाग किया ।