देहरादून/दिल्ली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी से मुलाकात कर उत्तराखण्ड राज्य को लगभग 125 मिलियन टन भण्डारण क्षमता की एक कोल ब्लॉक का आवंटन प्राथमिकता पर करने का अनुरोध किया।
आज यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रहलाद जोशी से भेंट की। मुख्यमंत्री ने न्यूनतम 1000 मेगावाट के पिट-हेड थर्मल पावर प्लांट स्थापित किये जाने के लिए उत्तराखण्ड राज्य को लगभग 125 मिलियन टन भण्डारण क्षमता की एक कोल ब्लॉक का आवंटन प्राथमिकता पर करने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुकूल औघोगिक नीति के कारण राज्य में द्रुत गति से औघोगिक विकास हुआ है, जिसके फलस्वरूप विघुत की मांग में निरन्तर वृद्वि हुई है। सर्दियों के मौसम में बिजली की कमी गंभीर हो जाती है क्योंकि ठंडे तापमान के कारण नदियों में पानी का बहाव कम हो जाता है। राज्य में बिजली की मांग प्रतिवर्ष लगभग 4 से 5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है और लीन सीजन की अवधि में प्रतिदिन लगभग 4 से 5 मि.यू. की औसत कमी होती है। औद्योगिकरण बढने के कारण आने वाले वर्षों में विघुत की मांग और बढने की सम्भावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा की गई संस्तुति के दृष्टिगत राज्य में विघुत परियोजनाओं के तेज गति से विकास किये जाने के लिए यूजेवीएन लि. (राज्य सरकार का उपक्रम) और टीएचडीसी इण्डिया लि. के बीच एक संयुक्त उत्तराखण्ड राज्य को लगभग 125 मिलियन टन भण्डारण क्षमता की एक कोल ब्लॉक का आवंटन प्राथमिकता पर करने का अनुरोध किया। उपक्रम का गठन किया गया है। टीएचडीसी इण्डिया लि. की तापीय विघुत उत्पादन के क्षेत्र में भी अनुभव को ध्यान में रखते हुए राज्य की विघुत मांग की आपूर्ति हेतु इस नए संयुत्तफ उपक्रम के माध्यम से एक पिटकृहेड थर्मल पावर प्लांट स्थापित किया जाना प्रस्तावित है। उत्तराखण्ड राज्य उन कुछ राज्य में से एक है जहां कोई भी थर्मल पावर स्टेशन संचालित नहीं है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से उत्तराखण्ड राज्य को एक कोल ब्लॉक का आवंटन प्राथमिकता पर करने का अनुरोध किया। केंद्रीय मंत्री ने यथासंभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।