हरिद्वार, 23 मई: बुद्ध पूर्णिमा के पावन पर्व पर धर्मनगरी में हर की पैड़ी पर गंगा में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। मान्यताओं के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा के दिन पवित्र गंगा में स्नान करने के बाद दान और पुण्य का एक अलग ही महत्व है। मान्यताओं के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु गंगाजल में निवास करते हैं। इसी कारण बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर स्नान करने का विशेष महत्व है। बुद्ध पूर्णिमा के स्नान को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हुए थे।
मान्यताओं के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा पर्व भगवान विष्णु का धरती पर भगवान बुद्ध रूप में अवतरण का दिन है। बुद्ध पूर्णिमा का स्नान धर्मनगरी नगरी हरिद्वार में कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। इस अवसर पर स्नान करने के लिए दूर दूर से श्रद्धालु आये थे। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान करने के लिए गुरूवार सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर की पैड़ी पहुंच गए थे। यह सिलसिला दिनभर जारी रहेगा।
मान्यता है कि इस दिन भगवान बुद्ध के रूप में भगवान विष्णु ने धरती पर अवतार लिया था। भगवान को ज्ञान प्राप्त हुआ और आज ही के दिन भगवान बुद्ध की धरती से विदाई हुई। आज ही के दिन भगवान कृष्ण ने सुदामा को विनायक उपवास रखने का महत्व बताया था। भगवान ने नृसिंह अवतार लिया था। मान्यता है कि बुद्ध पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने और गंगा की पूजा अर्चना करने से असीम पुण्य का लाभ मिलता है। बुद्ध पूर्णिमा गंगा स्नान को लेकर हरिद्वार पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए थे।