देहरादून, पूर्व दर्जाधारी व भाजपा नेता रवीन्द्र जुगरान ने कहा कि उत्तराखण्ड मंे खेल के क्षेत्र में असीम क्षमतायें व अपार सम्भावनायें है। अगर योजनाद्व तरीके से लक्ष्य निर्धारित किये जायें तो कुछ ही वर्षो में राष्ट्रीय मैडिल वालों में हम प्रथम 6 राज्यों की श्रेणी में अपना स्थान बना सकते हैं।
रविवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में रविन्द्र जुगरान ने कहा कि राज्य गठन के बाद से ही खेल और खिलाडियों की उपेक्षा होती आ रही है। उन्होंने कहा कि यद्यपि 05 सितंबर 2018 को उत्तराखण्ड सरकार ने खेल संघों में पारदर्शिता लाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय संहिता खेल विकास सहिता-2011 को लागू करने का शासनादेश जारी किया गया किन्तु खेल संघ आला अधिकारियों, खेल विभाग व उत्तराखण्ड औलंपिक संघ ही इसका उल्लघंन कर रहे हैं । जुगरान ने कहा कि राज्य सरकार को चाहिए कि स्पोर्ट कोड को प्रभावी ढंग से लागू करवाये। स्पोर्ट कोड के अनुसार कोई भी सरकारी अधिकारी कर्मचारी केवल चार वर्ष तक किसी भी खेल संघ में अपनी सेवायें दे सकता है किन्तु यहां जुगा़ड से अभी भी काबिज हैं।